दिल्ली से उन्नाव लाया गया गैंगरेप पीड़िता का शव
उन्नाव। दुष्कर्म के आरोपियों समेत 5 लोगों द्वारा जलाए जाने के बाद गंभीर हालत में एयरलिफ्ट कर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराई गई उन्नाव बलात्कार पीड़िता की उपचार के दौरान मौत के बाद शनिवार रात शव उसके गांव लाया गया।
पीड़िता की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार रात मौत हो गई थी। गुरुवार रात पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए विमान से दिल्ली ले जाया गया था।
मृतका के परिवार को जब उसका शव सौंपा गया, तो मौके पर सपा के एमएलसी सुनील साजन, पूर्व विधायक उदय राज यादव और पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मेंद यादव सहित अन्य नेता मौजूद थे।
किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे। दमकल की गाड़ियां भी मौके पर मौजूद थी। गांव में वरिष्ठ अधिकारी सुबह से ही डेरा डाले हुए थे।
पीड़िता का शव गांव पहुंचते ही आंखें हुई : पीड़िता का शव जैसे ही उसके गांव पहुंचा तो परिजनों के साथ गांव वालों ने भी अपना आपा खो दिया। जिंदगी से जंग हार चुकी गांव की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए क्या बूढ़े, क्या बच्चे, और क्या महिलाएं सिर्फ और सिर्फ न्याय की गुहार पूरे प्रशासनिक अमले से कर रही थी और प्रशासनिक अमले के किसी भी अधिकारी के पास गांव वालों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं था।
उन्नाव में स्वामी प्रसाद मौर्य और साक्षी महाराज का विरोध: उन्नाव बलात्कार पीड़िता के परिजन से मिलने के लिए शनिवार को यहां पहुंचे राज्य के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य और स्थानीय सांसद साक्षी महाराज को कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा।