मोदी करेंगे मंत्रिमंडल विस्तार, कौन बनेगा मंत्री...
नई दिल्ली। अगले एक-दो दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की खबरों के बीच एक दर्जन से अधिक मंत्रियों के सरकार से हटने की संभावना है। सुत्रों के अनुसार अब तक चार मंत्रियों ने त्यागपत्र दे दिया है। अब सबकी नजरें इस बात पर लगी हुई है कि मोदी अपने मंत्रिमंडल में किस-किसको जगह देंगे।
बताया जा रहा है कि दमोह से सांसद प्रहलाद पटेल को मंत्री बनाया जा सकता है। भूपेन्द्र यादव, विनय सहस्त्रबुद्धे, हरीश द्विवेदी और सुरेश आंगड़ी को भी मंत्री बनाए जाने की संभावना है। अन्नाद्रमुक और जदयू से भी कुछ मंत्री बनाए जा सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रूड़ी, संजीव बालियान, डॉ. महेन्द्रनाथ पाण्डेय और फग्गन सिंह कुलस्ते ने त्यागपत्र दे दिया है जबकि केंदीय मंत्री गिरिराज सिंह, कलराज मिश्र, उमा भारती, चौधरी बीरेन्द्र सिंह और निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री को मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देने की पेशकश की है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी बीते सप्ताह दो दुर्घटनाओं के बाद प्रधानमंत्री से मिलकर इस्तीफे की पेशकश की थी जिस पर प्रधानमंत्री ने उन्हें प्रतीक्षा करने को कहा है।
वित्त, कारपोरेट मामलों एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी संवाददाताओं से बातचीत में संकेत दिए थे कि वह रक्षा विभाग का दायित्व अस्थायी रूप से संभाले हुए हैं और कोई नया रक्षा मंत्री पद संभालेगा।
सूत्रों ने बताया कि रूड़ी, बालियान, सीतारमण और कुलस्ते को भाजपा के संगठन में जगह दिए जाने की संभावना है। डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय को उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है और समझा जाता है कि उन्होंने मोदी से मिलकर उन्हें त्यागपत्र दे दिया है। कुछ अन्य मंत्रियों के भी आज सुबह इस्तीफा देने की संभावना है। कुछ स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों की पदोन्नति होने अथवा विभागों में परिवर्तन होने की भी संभावना है।
सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल का पुनर्गठन शनिवार को होने की संभावना है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के राजधानी से बाहर जाने का कार्यक्रम है जिसे समायोजित किया जा सकता है। मंत्रिमंडल में जनता दल यूनाइटेड के दो सांसदों को मंत्री बनाया जा सकता है। जदयू हाल ही में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल हुआ है। शिवसेना को भी एक और स्थान मिलने की संभावना है। अन्नाद्रमुक में छाए संकट का हल निकल सका तो उसे भी मंत्रिमंडल में तीन स्थान मिल सकते हैं।
मोदी को भी तीन सितंबर को चीन और म्यांमार की यात्रा पर जाना है और उनके सात सितंबर को वापस लौटने का कार्यक्रम है। जबकि छह सितंबर से पितृपक्ष आरंभ हो जाएगा।