पिता उद्धव ठाकरे की सरकार में पुत्र आदित्य ठाकरे बने कैबिनेट मंत्री,परिवारवाद का चेहरा बनी सरकार !
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के शपथ ग्रहण के 32 दिन बाद पहले मंत्रिमंडल के विस्तार में कुल 36 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। उद्धव सरकार के पहले कैबिनेट विस्तार की खास बात ये रहीं कि पिता उद्धव ठाकरे की सरकार में बेटे आदित्य ठाकरे ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही एनसीपी नेता शरद पवार के भीतीजे अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।
बीते विधानसभा चुनाव में ठाकरे परिवार से पहली बार वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले आदित्य ठाकरे पार्टी की युवा सेना के अध्यक्ष भी है। विधानसभा चुनाव के दौरान कई बार शिवसेना कार्यकर्ताओं ने आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने की मांग भी की थी। 53 साल पुरानी पार्टी शिवसेना जो महाराष्ट्र में लंबे समय तक किंगमेकर की भूमिका में रही उसका पहली बार सरकार बनाकर उद्धव ठाकरे का मुख्यमंत्री बनना और बेटे आदित्य ठाकरे का कैबिनेट मंत्री बनना पार्टी में बड़े परिवर्तन के तौर पर देखा जा रहा है। 29 साल के आदित्य ठाकरे ने विधानसभा चुनाव से पहले जनआशीर्वाद यात्रा के जरिए पूरे महाराष्ट्र की यात्रा कर युवाओं को जोड़ने का काम किया था। आदित्य़ ठाकरे मुंबई से मंत्री बनने वाले शिवसेना के अकेले विधायक है।
परिवारवाद का चेहरा बनी ‘सरकार’ – महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के सरकार के पहले विस्तार के बाद अब परिवारवाद का आरोप लगने लगा है। शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। अजित पवार एक महीने में महाराष्ट्र के दूसरी बार डिप्टी सीएम बनने वाले पहले व्यक्ति है।
महाराष्ट्र में 80 घंटे के लिए भाजपा सरकार बनाने में अजित पवार की बहुत बड़ी भूमिका थी और बाद में अजित पवार के पलटने से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस्तीफा देना पड़ा था।
इसके साथ ही दिग्गज कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। विधानसभा चुनाव में मंत्री पंकजा मुंडे को हराने वाले उनके चचरे भाई धनजंय मुंडे को भी मंत्री बनाया गया है। धनजंय मुंडे पूर्व उप मुख्यमंत्री गोपीनांथ मु्ंडे के भतीजे है।