अभिनेत्री माधुरी दीक्षित अब राजनीति में कर सकती हैं एक..दो...तीन...
इन दिनों चुनिंदा फिल्में कर रहीं बॉलीवुड अभिनेत्री माधुरी दीक्षित आने वाले समय में राजनीति में अपनी पारी की शुरुआत कर सकती हैं। दरअसल, इन अटकलों के तब हवा मिली जब भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुंबई में माधुरी दीक्षित से मुलाकात की। हालांकि शाह भाजपा की 'संपर्क फॉर समर्थन योजना' के तहत माधुरी से मिले हैं।
राजनीति के जानकारों का मानना है कि कोई आश्चर्य नहीं कि माधुरी राजनीति में भी दांव आजमाती दिखें। क्योंकि इस समय उनके पास बॉलीवुड में कोई बहुत ज्यादा काम नहीं है और बढ़ती उम्र के साथ बड़ी फिल्में मिलने की भी उम्मीद कम ही है। ऐसे में राजनीति में आने के लिए उनके लिए यह सही समय हो सकता है।
दूसरी ओर अमित शाह भी ऐसे लोगों से ही मिल रहे हैं, जो भाजपा के करीब हैं और भाजपा से नाराज हैं। या फिर ऐसे लोग हैं जिन्हें भाजपा से जोड़ा जा सकता है। इसी कड़ी में पिछले दिनों शाह ने हरियाणा से आने वाले पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल दलबीरसिंह सुहाग से भी भेंट की थी। बड़ी बात नहीं कि सुहाग भी निकट भविष्य में भाजपा का दामन थाम लें।
इसमें कोई संदेह नहीं कि यदि माधुरी भाजपा से जुड़ती हैं तो भगवा पार्टी के लिए फायदे का सौदा हो सकती हैं। क्योंकि फिल्में भले ही उन्हें कम मिल रही हैं, लेकिन उनका आकर्षण अभी बरकरार है। अर्थात वे रैलियों में भीड़ जुटाने की क्षमता तो रखती हैं। दबी जुबान में तो यह भी कहा जा रहा है कि 'तेजाबी हीरोइन' माधुरी को राज्यसभा की सीट भी ऑफर की गई है।
...और इधर लता दीदी नाराज : अमित शाह बुधवार को भारत रत्न लता मंगेशकर से भी मिलने वाले थे, लेकिन ऐन मौके पर लता दीदी ने मिलने से इंकार कर दिया। हालांकि कहा तो यह जा रहा है कि लताजी स्वास्थ्य कारणों से अमित शाह से नहीं मिलीं, लेकिन माना जा रहा है कि माधुरी को ज्यादा महत्व देने से लता दीदी नाराज हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि लताजी इसलिए भी नाराज हैं क्योंकि शाह पहले माधुरी दीक्षित और उनके पति श्रीराम नैने से मिले, जबकि वरिष्ठता के नाते पहले उनसे मुलाकात करनी चाहिए थी।
अब अमित शाह लता दीदी को मना पाते हैं या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन आने वाले समय में माधुरी दीक्षित को राजनीतिक गलियारों में एक..दो..तीन... करते हुए देखा जा सकता है।