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Written By Author हिमा अग्रवाल

प्रधानमंत्री से चर्चा के बाद अवधेशानंदजी की अपील, प्रतीकात्मक हो आखिरी शाही स्नान

प्रधानमंत्री से चर्चा के बाद अवधेशानंदजी की अपील, प्रतीकात्मक हो आखिरी शाही स्नान - last Shahi Snan of Haridwar Kumbh should be symbolic - Awadheshanandji
हरिद्वार। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी की शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात हुई है। फोन पर प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के बढ़ते खतरे को देखते हुए कुंभ को प्रतीकात्मक रूप देने के लिए कहा है।
 
प्रधानमंत्री से चर्चा के बाद महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी ने श्रद्धालुओं से अपील की वह अब आगामी 27 अप्रैल को होने वाले आखिरी शाही स्नान में प्रतीकात्मक स्नान करें।
 
स्वामी अवधेशानंद से आज सुबह फोन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रतीकात्मक कुंभ की अपील करने की बात कही थी। जिसके बाद स्वामी अवधेशानंद के बाद जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर ने कहा कि हम प्रधानमंत्री की अपील का सम्मान करते हैं। मैं लोगों से निवेदन करता हूं कि बड़ी संख्या में कोविड-19 की स्थिति के मद्देनजर स्नान को न आएं और सभी नियमों का पालन करें।

स्वामी अवधेशानंद ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे सभी साधु-संतों की कुशलक्षेम भी पूछी। महामंडलेश्वर अवधेशानंद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी न सिर्फ एक अच्छे प्रशासक हैं, बल्कि वे एक अच्छे उपासक और साधक भी हैं। उन्होंने ने कहा कि 27 अप्रैल को होने वाले चित्रपूर्णिमा शाही स्नान सभी प्रतीकात्मक रूप से करें। हालांकि हमारे अधिकांश शाही स्नान हो पूर्ण हो चुके हैं।
महामंडलेश्वर ने कहा कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कुम्भ मेले में श्रद्धालुओं अधिक संख्या में न हो, डस अब श्रद्धालु केवल प्रतीकात्मक रूप से ही कुम्भ मेले में आएं। उससे सबको ताकत मिलेंगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हम किसी की श्रद्धा या उसके विश्वास को कैसे कम कर सकते हैं। जूना पंचायती अखाड़ा के सबसे ज्यादा साधुओं ने कोरोना टेस्ट करवाए हैं, उनमें से बहुत कम तादाद में एक या दो कोरोना पॉजिटिव निकले हैं।
 
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