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Last Modified: फरीदाबाद , बुधवार, 4 मई 2016 (22:36 IST)

पत्रकार पूजा तिवारी आत्महत्या मामले में नए सनसनीखेज खुलासे

पत्रकार पूजा तिवारी आत्महत्या मामले में नए सनसनीखेज खुलासे - journalist Pooja Tiwari suicide case, journalist Pooja Tiwari
फरीदाबाद। हरियाणा के जिला फरीदाबाद में महिला पत्रकार पूजा तिवारी द्वारा पांचवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या किए जाने के मामले में दिनोंदिन नई बातें सामने आ रही हैं। पूजा करीब डेढ़ साल से एनआईटी-5 नेशन हट स्थित मकान नंबर 109 में किराए पर रह रही थीं। उन्होंने कमरा खाली नहीं किया था, उनका सामान अभी भी इसी कमरे में पड़ा है।
ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज होने के बाद से वह इस मकान में नहीं आ रहीं थीं और उन्होंने सेक्टर-46 सद्भावना अपार्टमेंट स्थित फ्लैट में रहना शुरू कर दिया था। पड़ोसियों का कहना है कि पिछले करीब 25 दिन से पूजा इस मकान में नहीं आ रही थीं। उनके पड़ोसी रहे लोग भी पुलिस जांच का अहम हिस्सा हो सकते हैं।
 
एनआइटी-5 नेशन हट में उनके पड़ोसी रहे लोगों का कहना है कि अमित अक्सर देर रात कार में आता था। अक्सर दोनों के बीच झगड़ा होता था। नाम उजागर न करने की शर्त पर यहां के लोग बताते हैं कि रात के दो बजे भी कई बार लोगों को उनके कमरे से झगड़ने की आवाज आती थी। यह लगभग रोज का नियम था। सुबह पूजा के चेहरे पर चोट के निशान मिलते थे।
 
इन लोगों का कहना है कि हाल ही में पूजा का हाथ टूट गया था। करीब सवा महीने उनके हाथ पर प्लास्टर चढ़ा रहा था। पूछने पर पूजा गिरकर चोट लगने या कुछ और बहाना बना देती थीं। लोगों को पता नहीं था कि अमित पुलिस में है। उनके झगड़े में एक बार एनआइटी पांच नंबर थाने में तैनात उपनिरीक्षक सतपाल भी आए थे। तब अमित ने उन्हें वापस भेज दिया था। तब लोगों को पता चला कि अमित पुलिस में अच्छे पद पर है।
 
उधर, पूजा के संस्थान ने एक विज्ञप्ति जारी कर उनकी मौत पर गहरा दुख जताया है। इसके प्रवक्ता रितेश ने कहा है कि पूजा उनके संस्थान में सितंबर, 2015 में शामिल हुई थीं। उन्होंने इस संस्थान में सात माह तक काम किया। इसके बाद उन पर लगे आरोपों के बाद कंपनी के नियमों के तहत उन्हें निलंबित कर दिया गया था, ताकि उनके खिलाफ लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच की जा सके। इसके साथ ही उन्हें इस मामले में आवश्यक सहयोग देने के साथ ही उनका वेतन और यहां तक कि इस दौरान उनके इंक्रीमेंट भी नहीं रोके गए थे।
 
उन्होंने बताया कि उनकी संस्था में पूजा के साथ काम करने वाले कर्मचारी उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे और संस्थान पूरी तरह से पूजा तिवारी के परिवार के साथ है तथा पुलिस जांच में हर तरह से सहयोग करेगा। (भाषा)