नई दिल्ली। ट्विटर पर इस आरोप पर जंग छिड़ गई कि मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी से जुड़े एक सहयोगी ने जेएनयू छात्रों के कुछ वीडियो प्रसारित किए जिस पर बाद में साबित हुआ कि वीडियो से छेड़छाड़ की गई।
एचआरडी मंत्रालय के कार्यालय ने भी खुद को उस सहयोगी से यह कहते हुए अलग कर लिया वह किसी भी तरीके से आधिकारिक तौर पर उनसे जुड़ी हुई नहीं हैं।
कई ट्वीट किए गए जिसमें आरोप लगाया गया कि मंत्री की एक सहयोगी ने छेड़छाड़ वाले वीडियो को प्रसारित किया। इसी तरह कुछ समूहों ने उनका बचाव करते हुए कहा कि कुछ लोग एचआरडी मंत्री की आलोचना के लिए गलत तरीके से उनको निशाना बना रहे हैं। (भाषा)