इसराइल और हमास की जंग, 1 लाख लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए क्या मोदी सरकार चलाएगी ऑपरेशन?
Israel Palestine War : इसराइल और हमास की जंग के बीच लेबनान और ईरान जैसे देशों से आ रही खबरें युद्ध के तेज होने का संकेत दे रही है। तेल अवीव में हमास और गाजा में इसराइली हमले में अब तक 500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इसराइल में फिलहाल 1 लाख से ज्यादा ऐसे लोग फंसे हुए हैं जिनकी जड़े भारत से जुड़ी हुई है। ऐसे में सवाल उठा रहा है कि क्या भारत इन लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए ऑपरेशन चलाएंगा।
इसराइल में लगभग 18,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें मुख्य रूप से इजराइली बुजुर्गों, हीरा व्यापारियों, आईटी पेशेवरों और छात्रों की देखभाल करने के लिए नियुक्त लोग शामिल हैं। इजराइल में भारतीय मूल के लगभग 85,000 यहूदी भी हैं जो पचास और साठ के दशक में भारत से इजराइल गए थे।
पिछले 9 सालों में जब जब भी दुनिया के किसी देश में विकट स्थिति बनी, भारत सरकार ने अपने लोगों के वापसी के लिए विशेष अभियान चलाए हैं। ऐसे में इसराइल में रह रहे भारतीय भी ऐसी ही उम्मीद कर रहे हैं।
मीडिया खबरों के अनुसार, इसराइल पर हमास के हमले पर विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि मुझे कल रात कई संदेश मिले और पूरी रात हम काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय सीधे स्थिति की निगरानी कर रहा है और हम काम पर लगे हैं। चाहे वह ऑपरेशन गंगा हो या वंदे भारत, हम सभी को वापस लाए और मुझे यकीन है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री कार्यालय सीधे उन लोगों के संपर्क में हैं और काम कर रहे हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इजराइल और फलस्तीन स्थित भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी है। दूतावास ने अपने परामर्श में कहा कि इजराइल में वर्तमान स्थिति को देखते हुए, इजराइल में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों से अनुरोध किया जाता है कि वे सतर्क रहें और स्थानीय अधिकारियों की सलाह के अनुसार सुरक्षा नियमों का पालन करें। कृपया सावधानी बरतें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और सुरक्षित स्थलों के करीब रहें।