कानपुर के पास बड़ा रेल हादसा, जानिए तीन कारण...
नई दिल्ली। कानपुर के पास पुखरायं में इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और लगभग 200 घायल हुए हैं। दुर्घटना के पीछे की असली वजह तो जांच के बाद ही पता चलेगी लेकिन आइए नजर डालते हैं हादसों के संभावित कारणों पर एक नजर...
इस ट्रेन हादसे का कारण पटरी टूटना हो सकता है। रेलवे लाइनों पर उचित ढंग से फिटिंग सहित पटरियों के खराब ढंग से रखरखाव के कारण पटरियां टूट जाती हैं।
सूत्रों ने कहा कि कानपुर हादसे का सटीक कारण जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगा लेकिन पहली नजर में
इसका कारण रेल पटरी टूटना होने के संकेत मिलते हैं। सूत्रों ने कहा कि ट्रेन से आधुनिक 'लिंक हाफमैन बुश' (एलएचबी) डिब्बे की अनुपस्थिति से हताहतों की संख्या बढ़ी।
उन्होंने कहा कि अगर स्टेनलेस स्टील एलएचबी डिब्बे होते तो क्षति कम होती क्योंकि इन डिब्बों में ज्यादा सुरक्षा
उपाय होते हैं जो ट्रेन के पटरी से उतरने की स्थिति में ज्यादा असरदार तरीके से झटकों और इसके प्रभाव को झेल
सकते हैं और ये पलटते नहीं हैं।
दरअसल, इस ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त हुए एस-2 कोच में इंदौर से उज्जैन तक इस ट्रेन में नियमित रूप से सफर करने वाले एक यात्री को पहली बार उन्हें लगा कि पहियों में कुछ अलग तरह की आवाज आ रही थी।
उन्होंने एस-2 कोच में हीं मौजूद रेलवे के कुछ अधिकारियों और टीसी को इस बारे में बताया भी था, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने इसे सामान्य बताकर टाल दिया। अगर उनकी बात सुन ली जाती तो हो सकता है कि यह हादसा नहीं होता।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया, 'जांच दल हादसे के कारण की जांच तुरंत शुरू करेगा। प्रभावितों को सभी जरूरी सहायता दी जाएगी, हम उनका ख्याल रखेंगे।'