Last Updated :अमृतसर , सोमवार, 6 मार्च 2017 (09:49 IST)
अटारी बॉर्डर के पास सबसे ऊंचे फ्लैगमास्ट पर लहराया तिरंगा, लाहौर से भी दिखेगा
पाकिस्तान से महज कुछ ही दूरी पर स्थित भारत-पाक अटारी सीमा पर रविवार को 360 फुट ऊंचे फ्लैगमास्ट का उद्घाटन किया गया। इसे देश का सबसे ऊंचा फ्लैगमास्ट कहा जा रहा है। पंजाब के मंत्री अनिल जोशी ने इस सबसे ऊंचे फ्लैगमास्ट पर देश का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया। इसके निर्माण पर 3.50 करोड़ रुपये का खर्च आया है। यह पंजाब सरकार के अमृतसर सुधार न्यास प्राधिकरण की परियोजना थी।
झंडा लगाने वाली भारत इलेक्ट्रीकल कंपनी का यही दावा है कि मां भारती की आन-बान-शान तिरंगा लाहौर से न सिर्फ दिखाई देगा, बल्कि पड़ोसी देश को भारत के कद का भी अहसास करवाएगा। अंतरराष्ट्रीय अटारी-वाघा सीमा पर 360 फुट ऊंचाई पर लगाया गया तिरंगा भारतीय सीमा से 10 से 12 किलोमीटर पहले छिड्डन टोल प्लाजा से दिखना शुरू हो जाता है। रोड सीधी न होने की वजह से ये चाहे छिड्डन से दिखता है, पर माहिरों का दावा है कि लाहौर की सड़क सीधी होने की वजह से ये दूर से दिखेगा। वाघा से लाहौर 20 किलोमीटर की दूरी पर है।
उधर, देश का सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज लगाए जाने को लेकर रखे गए देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम ने भी देश के प्रति जज्बों को उफान पर रखा। बीएसएफ के जवानों ने सलामी दी तो हर किसी ने सेल्यूट करते हुए अपने राष्ट्रीय ध्वज के प्रति अपने प्यार का इजहार किया। भारत-पाक दोनों देशों की रिट्रीट सेरेमनी के हैड राजवीर सिंह देसवाल की टीम ने तिरंगे झंडे को लहराते समय राइफलों के साथ सलामी दी। उद्घाटन समारोह के बाद जैसे ही पंजाब के प्रसिद्ध कलाकार हरिंदर सोहल ने मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती.., जहां ढाल ढाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा, वो भारत देश है मेरा.. आदि गीतों की स्वर लहरियां गुंजायमान की तो मंत्री अनिल जोशी, बीएसएफ के आईजी मुकुल गोयल सहित बीएसएफ के जवान, भाजपा के कार्यकर्ता व रिट्रीट सेरेमनी देखने आए लोग झूम उठे। (भाषा से इनपुट)