बढ़ सकती है आयकर की सीमा...
नई दिल्ली। वित्त राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि अधिक मूल्य वाले नोटों को चलन से बाहर किए जाने के परिणामस्वरूप आयकर दर के साथ-साथ ब्याज दरों में कमी आने की उम्मीद है।
मंत्री ने कहा, मैं हर चीज का खुलासा नहीं कर सकता जो बजट का हिस्सा होगा लेकिन ब्याज दरें कम होंगी' यह निश्चित तौर पर कम होगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आगामी बजट में आयकर की दर में कमी आने की संभावना है। बजट के एक फरवरी को आने की उम्मीद है।
यहां लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, आयकर में दो मामले हैं. छूट की सीमा और दूसरा स्लैब। दोनों ही मामलों पर गौर किया जाएगा। एमएसएमई क्षेत्र को राहत देने का आश्वासन देते हुए मेघवाल ने कहा कि अगले बजट में उनकी चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के बारे में मेघवाल ने कहा कि सरकार को इरादा इसे एक अप्रैल से लागू करने का है।
इससे पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी संकेत दिए थे कि आगामी बजट में आयकर छूट बढ़ सकती है। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार टैक्स की दरों में कटौती कर सकती है। जेटली का मानना है कि नोटबंदी से कालाधन सिस्टम में आएगा तो टैक्स राजस्व बढ़ेगा। इसके अतिरिक्त डिजिटल लेनदेन भी बढ़ेगा।
जेटली के अनुसार ज्यादा से ज्यादा लेनदेन टैक्स के दायरे में आने के बाद टैक्स रेवेन्यू बढ़ेगा, जिसकी वजह से सरकार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों टैक्स की दरें कम कर सकती है। वित्त मंत्री ने कालाधन जमा करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि जांच एजेंसियों की नकद जमा करने वालों पर है। बैंकों में आई नकदी का हिसाब होगा, जिस पर टैक्स नहीं दिया गया है, उस पर अब टैक्स वसूला जाएगा। (एजेंसी)