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Last Modified: बुधवार, 19 अक्टूबर 2022 (18:08 IST)

सांसों पर संकट, दिल्ली में दिवाली पर पटाखे चलाए तो होगी जेल

सांसों पर संकट, दिल्ली में दिवाली पर पटाखे चलाए तो होगी जेल - If you burst crackers on Diwali in Delhi, you will be jailed
नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Environment Minister Gopal Rai) ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में दिवाली पर पटाखे चलाने पर छह महीने तक की जेल और 200 रुपए का जुर्माना हो सकता है। इस बीच, पुलिस ने 3 अलग-अलग छापेमारी अभियान के तहत 1400 किलो से अधिक पटाखे जब्त किए और इस सिलसिले में 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
 
मंत्री राय ने हुए कहा कि राजधानी में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर विस्फोटक अधिनियम की धारा 9 बी के तहत 5000 रुपए का जुर्माना और तीन वर्ष की जेल होगी। दिल्ली सरकार ने सितंबर में एक आदेश जारी करके अगले साल एक जनवरी तक सभी प्रकार के पटाखों के उत्पादन, बिक्री और इस्तेमाल पर फिर से पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। पिछले दो साल से इस तरह का प्रतिबंध जारी है।
 
राय ने कहा कि 21 अक्टूबर को एक जन-जागरूकता अभियान 'दीए जलाओ, पटाखे नहीं' शुरू किया जाएगा। दिल्ली सरकार शुक्रवार को कनॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में 51,000 दीए जलाएगी। मंत्री ने कहा कि दिल्ली में पटाखों की खरीद और इसे चलाने पर आईपीसी के तहत 200 रुपए का जुर्माना और छह महीने की जेल होगी।
 
राय ने कहा कि प्रतिबंध लागू करने के लिए 408 टीमों का गठन किया गया है। दिल्ली पुलिस ने सहायक पुलिस आयुक्त के तहत 210 टीमों का गठन किया है, जबकि राजस्व विभाग ने 165 और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने 33 टीमें गठित की हैं। मंत्री ने कहा कि उल्लंघन के 188 मामलों का पता चला है और 16 अक्टूबर तक 2,917 किलोग्राम पटाखे जब्त किए गए हैं।
 
हवा की गुणवत्ता होती है खराब : कम तापमान और हवा की गति जैसे प्रतिकूल मौसम संबंधी कारकों के कारण दिल्ली और आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता अक्टूबर में खराब होने लगती है, जो प्रदूषकों के प्रसार की अनुमति नहीं देते हैं। पटाखों से निकलने वाले उत्सर्जन और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से हवा की गुणवत्ता और खराब होती है। राय ने कहा कि प्रदूषण का स्तर हर साल दिवाली के आसपास बढ़ता है। इसका प्रमुख कारण पटाखे फोड़ना है। पटाखों से निकलने वाला उत्सर्जन विशेष रूप से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए बेहद खतरनाक है।
मंत्री ने कहा कि सरकार ने इस साल भी सभी प्रकार के पटाखों के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध में पटाखों की ऑनलाइन डिलीवरी भी शामिल है। राय ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि पटाखों पर प्रतिबंध पूरे एनसीआर में सख्ती से लागू किया जाए, क्योंकि पटाखों से निकलने वाला धुआं दिल्ली में भी लोगों को प्रभावित करता है।
 
यहां भी है प्रतिबंध : दिल्ली के अलावा, हरियाणा ने पिछले साल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से संबंधित अपने 14 जिलों में सभी प्रकार के पटाखों की बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था, जबकि उत्तर प्रदेश ने दिवाली पर केवल दो घंटे के लिए क्षेत्रों में हरे पटाखों के उपयोग की अनुमति दी थी। पाबंदियों के बावजूद दिल्ली, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में लोगों ने पिछले साल देर रात तक पटाखे फोड़े थे।
Edited By: Vrijendra singh Jhala (भाषा/सोशल मीडिया)