सीडीएस रावत, मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर लिद्दर के शवों की पहचान
नई दिल्ली। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में से केवल प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर के शवों की पहचान की जा सकी है।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केवल पहचान किए गए लोगों के शवों को उनके परिजनों को सौंपा जाएगा। एक अधिकारी ने कहा, शेष शवों की सकारात्मक पहचान की प्रक्रिया जारी है। पार्थिव शरीर को पहचान संबंधी औपचारिकताएं पूरी होने तक सैन्य अड्डे अस्पताल के शवगृह में रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गए सभी लोगों की सैन्य परंपरा के साथ उचित अंत्येष्टि की योजना बनाई जा रही है और उनके परिवार के सदस्यों के साथ निकट परामर्श में समन्वय किया जा रहा है। तमिलनाडु में कुन्नूर के निकट बुधवार को एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य कर्मियों की मृत्यु हो गई थी।
अन्य मृतकों में ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, सीडीएस के सैन्य सलाहकार एवं स्टाफ अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट अधिकारी राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट अधिकारी अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेन्द्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक वीर साई तेजा शामिल थे।
अधिकारियों ने कहा कि शव जले हुए थे जिससे पहचान मुश्किल हो गई है। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिवार के सदस्यों को शवों की पहचान करने में अधिकारियों की मदद के लिए दिल्ली लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कई शवों को राष्ट्रीय राजधानी में लाया जा रहा है।(भाषा)