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Last Updated : रविवार, 12 जून 2022 (18:08 IST)

आखिर भारत में कितने बच्‍चों की जिंदगियां तबाह करेगा PUBG गेम्‍स?

आखिर भारत में कितने बच्‍चों की जिंदगियां तबाह करेगा PUBG गेम्‍स? - How many childrens lives will PUBG games destroy in India?
आए दिन पबजी गेम की वजह से बच्‍चों की आत्‍महत्‍या या घरवालों के मना करने पर खुदकुशी और घर से चले जाने की खबरें आती रहती हैं। हाल ही में उत्‍तर प्रदेश के की राजधानी लखनऊ में पबजी खेल को लेकर घटी दिल दहलाने वाले कत्ल की वारदात की सिसकियां अभी सुनाई आना बंद ही नहीं हुई थी कि अब मध्य प्रदेश के इंदौर से एक और ऐसी खबर सामने आई है। यहां परिवार के लोगों के गेम खेलने से मना करने पर गुस्साई युवतियों ने खौफनाक कदम उठा डाला। इन युवतियों ने घरवालों की इस बात से नाराज होकर अपने आप को फांसी के फंदे से लटका लिया, जिसके चलते एक युवती की मौत हो गई। जबकि एक को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

पबजी के लिए मां का खून
बता दें कि हाल ही में लखनऊ में एक बेटे ने अपनी मां की ही गोली मारकर हत्‍या कर दी। हालांकि इस मामले में अभी जांच चल रही है और कहा जा रहा है कि जिस घर में गोली चली, वहां मां और बेटे के अलावा कोई तीसरा शख्‍स भी मौजूद था। पुलिस जांच के बाद ही इस मामले की हकीकत सामने आएगी। हालांकि इन सभी घटनाओं के केंद्र में बच्‍चों में खेल की बुरी लत को ही देखा जा रहा है।

पबजी के लिए फांसी
वहीं, इंदौर में होने वाली घटना चंदन नगर थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। यहां 19 वर्षीय सारा परवीन ने फांसी लगाकर जान दे दी तो वहीं दूसरी 17 वर्षीय युवती ने आत्महत्या का असफल प्रयास किया, जिसके बाद उसको हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। ये घटना दो अलग-अलग थाना क्षेत्र में दो अलग-अलग घरों में घटी। इन घटनाओं से परिवार काफी सदमे में हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से ऑनलाइन गेम बन रहे सुसाइड का कारण बन रहे हैं। इससे पहले दो दिन पूर्व लूडो में पैसे हार चुके युवक ने सुसाइड किया था।

क्‍या कहते हैं विशेषज्ञ?
भोपाल के मनोचिकित्‍सक डॉ सत्‍यकांत त्रिवेदी का कहना है परिवार को अपने बच्चे को ध्यान रखना चाहिए और उसको पूरा समय देना चाहिए। उसकी हर गतिविधि पर नजर रखना चाहिए। उन्‍होंने बताया कि उसके होमवर्क से लेकर खेलने का समय तय करना चाहिए। वो किन बातों में खुश है किन से नाराज यह देखना चाहिए। बच्‍चों को भरपूर प्‍यार दें और खेल के अलावा दूसरी गतिविधियों में लगाएं जिससे उन्‍हें पता चले कि दूसरी चीजें भी महत्‍वपूर्ण हैं।

अभी भी चल रहे अवैध गेम्‍स
बता दें कि भारत सरकार ने कई गेम्‍स को बैन कर रखा है, लेकिन अभी दूसरे या अवैध तरीकों से कई गेम्‍स चलते हैं। उसके लिए गेम्‍स डाउनलोड करने वालों के पास कई तरीके हैं, जिससे ये बच्‍चों की पहुंच में बेहद आसानी से आ जाते हैं। अवैध गेम्‍स का भी एक पूरा मार्केट है, जो कई तरह के विदेशी और लत लगाने वाले गेम्‍स उपलब्ध कराता है।
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