गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता बने कुलबीर नरुआना की निजी गनर ने की हत्या
गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता बने 39 वर्षीय कुलबीर नरुआना की बुधवार सुबह उनके पर्सनल गनमैन मनदीप सिंह मन्ना ने नरुआना गांव में उनके घर पर गोली मरकर हत्या कर दी। इस दौरान मन्ना ने भागने की कोशिश करते हुए कार से कुचलकर एक अन्य व्यक्ति को भी मार डाला, जबकि इस घटना में हुई फयरिंग में दो अन्य लोग घायल भी हो गए।
मिल रही जानकारी के अनुसार, मनदीप सुबह कुलबीर नरुआना से मिलने उनके आवास स्थान पर पहुंचा था और उसके आवास पर पहुंचते ही उसने नरुआना को कार में बैठने को कहा। नरुआना के कार में बैठने के साथ ही मनदीप सिंह मन्ना ने कुलबीर नरुआना को गोली मार दी।
गोली मारने के तुरंत बाद मन्ना ने भागने का प्रयास किया और इसी चक्कर में अपनी गाड़ी से एक व्यक्ति को कुचल भी डाला, लेकिन गांव वालों ने हिम्मत दिखाकर मन्ना को फरार होने से रोक लिया। पुलिस ने गनमैन मन्ना को अपनी हिरासत में ले लिया है।
मनदीप सिंह मन्ना ने जिस व्यक्ति को अपनी कार से कुचला उसका नाम चमकौर सिंह बताया जा रहा है, फिलहाल चमकौर सिंह के शव को सिविल अस्पताल ले जाया गया है, जबकि मन्ना ने कुलबीर नरुआना के एक साथ गुरप्रीत सिंह पर भी गोलियां चलाई, जिसकी हालात काफी गंभीर बताई जा रही है और उसका एक निजी अस्पताल में इलाज भी चल रहा है।
कुलबीर नरुआना के चचेरे भाई मंदीप सिंह ने बताया कि, वो सुबह खेतों में जा रहे थे जब उन्होंने गोलियां चलने की आवाज सुनी। गोलियां की आवाज सुनते ही वह तुरंत घर की ओर निकल पड़े और घर पहुंचने पर नरुआना को मृत पाया।
ऐसी खबर है कि, नरुआना पर करीब दो हफ्ते पहले उसके कुछ विरोधियों ने गोलियां चलाई थी। मगर गाड़ी बुलेट प्रूफ होने के चलते वह बच गया। नरुआना के चचेरे भाई का ऐसा कहना है कि उस घटना के बाद कुलबीर नरुआना की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।