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Last Updated : सोमवार, 14 मार्च 2022 (19:24 IST)

भारत में आ सकती है Corona की चौथी लहर! यूरोप में बढ़े केस, चीन में लगा Lockdown

भारत में आ सकती है Corona की चौथी लहर! यूरोप में बढ़े केस, चीन में लगा Lockdown - Fourth wave of Corona may come in India!
नई दिल्ली। यूं तो भारत में कोरोनावायरस संक्रमण का दैनिक आंकड़ा 2500 के आसपास पर सिमट गया है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो जून में कोविड की चौथी लहर दस्तक दे सकती है। चीन में तो कई शहरों में लॉकडाउन लग चुका है। चीन में संक्रमण के ये ज्यादातर मामले ओमीक्रोन स्वरूप के बी.ए.2 स्वरूप के हैं, जिसे ‘स्टील्थ ओमीक्रोन’ भी कहा जाता है।
 
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : ‍विशेषज्ञों का कहना है कि भारत कोरोना की चौथी लहर 22 जून के आसपास शुरू हो सकती है। इस लहर का असर 24 अक्टूबर तक रह सकता है, जबकि चौथी लहर का असर 24 अक्टूबर तक जारी रह सकती है। 15 से 31 अगस्त तक इस लहर का पीक होगा। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि चौथी लहर की गंभीरता कोरोना के नए वैरिएंट के सामने आने पर निर्भर करेगी। आईआईटी कानपुर के रिसर्चर्स का दावा है कि कोरोना की चौथी लहर कम से कम 4 महीने रह सकती है। 
 
दूसरी ओर, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के संक्रामक रोग विभाग के पूर्व प्रमुख डॉ. रमन गंगाखेडकर ने ने कहा कि फिलहाल भारत कोरोना संक्रमण काफी कम है। हमें तत्काल खतरा नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है।

डॉ. रमन ने कहा कि अब तक हमने अल्फा, बीटा, डेल्टा और ओमिक्रॉन के म्यूटेंट देखे हैं। इनमें से ओमिक्रॉन बहुत परेशान करने वाला नहीं था, लेकिन फिर एक नया संक्रमण आ सकता है। उन्होंने कहा कि हमें तत्काल खतरा नहीं है, लेकिन अगले तीन महीनों में कोरोना की पुनरावृत्ति की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
 
नहीं आएगी चौथी लहर : दूसरी ओर, महामारी विज्ञानी डॉ. टी जैकब जॉन का मानना है कि भारत में अब चौथी वेव नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि मुझे पक्का भरोसा है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर नहीं आएगी। हालांकि किसी नए वैरिएंट के विस्फोट पर ऐसा कुछ हो सकता है, लेकिन फिलहाल ऐसी कोई संभावना नहीं दिखती है।
भारत में 2500 केस : भारत में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोनावायरस के 2,503 नए मामले दर्ज किए गए हैं। देश में रविवार को 4,61,318 कोरोना के टीके लगाए गए। देश में 1,79,91,57,486 टीके लगाए जा चुके हैं। 
 
चीन के शेनझेन में लॉकडाउन : चीन में अत्यधिक संक्रामक ओमीक्रोन स्वरूप के मामले बढ़ते जा रहे हैं और सोमवार को कई शहरों में संक्रमण के 1,337 मामले सामने आए। नए मामलों में से सबसे अधिक 895 मामले सुदूर उत्तरपूर्वी जिलिन प्रांत से सामने आए।
शेनझेन में 75 नए मामले सामने आए। अधिकारियों ने रविवार को 1.75 करोड़ की आबादी वाले शहर में लॉकडाउन लगा दिया। यह शहर प्रमुख तकनीकी और वित्तीय हब है, जो हांगकांग के पड़ोस में स्थित है। चीन में इससे पहले भी अन्य शहरों में लॉकडाउन लगाया जा चुका है। हालांकि सरकार ने संकेत दिया है कि वह समय रहते संक्रमण के प्रसार को रोकने की अपनी सख्त रणनीति कायम रखेगी। 
 
हांगकांग में बुरे हालात : हांगकांग में रविवार को कोरोना वायरस के 32 हजार मामले आए। पिछले ‍दिनों हांगकांग से आई रिपोर्ट के मुताबिक वहां मरने वालों का आंकड़ा इतना था कि लाशों रखने के लिए जगह कम पड़ रही थी। 
 
यूरोप में बढ़े मरीज : एक जानकारी के मुताबिक पिछले हफ्ते ब्रिटेन, आयरलैंड, स्विट्जरलैंड और इटली जैसे देशों में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा देखा गया है। स्क्रिप्स रिसर्च ट्रांसलेशनल इंस्टीट्यूट के संस्थापक और एमडी एरिक टोपोल ट्वीट कर कहा कि यूरोप में अगली लहर शुरू हो गई है। 
 
सबसे ज्यादा दक्षिण कोरिया में : वर्तमान में सबसे ज्यादा मामले दक्षिण कोरिया में सामने आ रहे हैं। यहां एक दिन में यानी रविवार को 3 लाख 83 हजार 651 मामले सामने आए हैं, जबकि वियतनाम में यह संख्या 1 लाख 68 हजार 719 है। जर्मनी में डेढ़ लाख के लगभग मामले सामने आ रहे हैं।