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Last Modified: शनिवार, 4 मई 2019 (16:01 IST)

तूफान फानी से जंग, 7000 किचन, 9000 राहत शिविर, 12 लाख को बचाया

तूफान फानी से जंग, 7000 किचन, 9000 राहत शिविर, 12 लाख को बचाया - fight against Cyclone Fani
इसमें कोई संदेह नहीं कि ओडिशा के लोगों और वहां के मुख्‍यमंत्री नवीन पटनायक के लिए साइक्लोन फानी बड़ा संकट बनकर आया था, लेकिन जिस तरह से उन्होंने इसका मुकाबला किया चारों तरफ उनकी प्रशंसा हो रही है। हाल ही में ओडिशा विधानसभा और लोकसभा सीटों के लिए मतदान भी हुआ है। 
 
एएनआई ने ट्‍वीट कर बताया कि 24 घंटे में 12 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। इनमें गंजम जिले के 3.2 लाख और पुरी के 1.3 लाख लोग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि प्रभावित लोगों के त्वरित रूप से 7000 रसोई घर और 9000 आश्रय स्थल बनाए गए। उन्होंने बताया कि इस बड़े काम को अंजाम देने के लिए 45 हजार स्वयंसेवक ने सक्रिय भूमिका निभाई।

ट्‍विटर पर ज्यादातर लोगों ने नवीन की सराहना करते हुए उन्हें इसका श्रेय दिया। एमएस अंसारी नामक ट्‍विटर हैंडल से लिखा गया कि इसका पूरा श्रेय नवीन पटनायक को जाता है। एक अन्य ने कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है पूरा देश आपके साथ है। तन्मय रॉय ने लिखा कि सीएम हो तो नवीन पटनायक जैसा।

अशफाक खान नामक व्यक्ति ने लिखा कि ईश्वर को धन्यवाद। नवीन पटनायक कुछ अन्य नेताओं से अलग हैं, जो शहीदों के नाम पर वोट मांग रहे हैं। वैशाली पांडे ने लिखा कि आप पूरे देश के लिए उदाहरण हैं। चेतन मिश्रा ने लिखा कि आपके प्रयास सराहनीय हैं।
 

संयुक्त राष्ट्र ने सराहना की : संयुक्त राष्ट्र ने दशकों बाद भारत में आए भयंकर चक्रवाती तूफान के कहर से निपटने के लिए किए गए सरकारी तथा स्थानीय प्रशासनों के प्रयासों की जमकर सराहना की है। संरा ने फोनी के आगे बढ़ने की आशंका को देखते हुए बांग्लादेश में शरण लेकर राहत शिविरों में रहने वाले म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों समेत तमाम शरणार्थियों के परिवारों की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और इससे जुड़ी एजेंसियां फोनी की स्थिति की करीब से निगरानी कर रहे हैं।
 
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय के आपदा जोखिम रिडक्शन के प्रवक्ता डेनिस मैकक्लेन ने भारत सरकार की शून्य-हताहत आकस्मिक चक्रवात संबंधी तैयारियों की नीति पर चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय मौसम विभाग की शुरुआती चेतावनियों की लगभग सटीकता ने अधिकारियों को बचाव कार्य में काफी मदद की।