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Last Updated :नई दिल्ली , बुधवार, 21 जून 2023 (14:43 IST)

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने की छापेमारी, डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की नकदी बरामद

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने की छापेमारी, डेढ़ करोड़ रुपए से अधिक की नकदी बरामद - ED raids in money laundering case
ED raid: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को कहा कि उसने गुजरात, महाराष्ट्र और दमन में फिरौती, हत्या और शराब तस्करी (liquor smuggling) के आरोपी एक व्यक्ति के खिलाफ छापेमारी के दौरान 1.62 करोड़ रुपए नकदी जब्त की जिसमें ज्यादातर 2 हजार रुपए मूल्य के नोट शामिल हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में 2,000 रुपए के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की है।
 
जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि सुरेश जगुभाई पटेल और उसके सहयोगियों के दमन तथा गुजरात के वलसाड स्थित 9 आवासीय एवं वाणिज्यिक परिसरों पर 19 जून को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत छापेमारी की गई। ईडी ने कहा कि सुरेश जगुभाई पटेल और उसके सहयोगियों- केतन पटेल, विपुल पटेल और मितेन पटेल दमन में 2018 में हुए दोहरे हत्याकांड के सिलसिले में न्यायिक हिरासत में हैं।
 
ईडी ने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग का मामला पटेल और उसके सहयोगियों के खिलाफ दमन, गुजरात और मुंबई में भ्रष्टाचार, अवैध हथियारों की बरामदगी, हत्या, हत्या के प्रयास, फिरौती, शराब तस्करी, लूटपाट, सरकारी कर्मियों पर हमला और पासपोर्ट फर्जीवाड़ा सहित अन्य अपराधों में दर्ज 35 प्राथमिकियों से उपजा है।
 
जांच एजेंसी ने कहा कि छापेमारी के परिणामस्वरूप 1.62 करोड़ रुपए की नकदी बरामद की गई जिसमें 1 करोड़ रुपए से अधिक की रकम 2,000 रुपए मूल्य के नोट में है। ईडी ने बताया कि इसके अलावा 100 से अधिक संपत्ति से संबंधित दस्तावेज और 3 बैंक लॉकर की चाबियों के साथ-साथ कंपनियों, प्रतिष्ठानों और नकदी के लेन-देन के बारे में 'संदिग्ध' कागजात बरामद किए गए हैं।
 
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने हाल में 2,000 रुपए के नोट को चलन से वापस लेने की घोषणा की है, हालांकि लोगों को ऐसे नोट खातों में जमा करने या बैंक में बदलने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया है।
 
ईडी ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने कई कंपनियों का जाल बिछाया और इनमें से ज्यादातार में कोई कारोबार नहीं हो रहा था या बहुत कम कारोबार होता था। उसने दावा किया कि इन कंपनियों के गठन का एकमात्र मकसद आपराधिक गतिविधियों से अवैध रूप से अर्जित धन का शोधन करना था।
 
संघीय जांच एजेंसी ने पाया कि सुरेश पटेल, उसके परिवार के सदस्यों और उनके द्वारा नियंत्रित कंपनियों के बैंक खातों में 100 करोड़ रुपए से अधिक की नकदी जमा की गई थी। सुरेश पटेल गुजरात में शराब तस्करी के 10 से अधिक मामलों, जालसाजी और धोखाधड़ी के 7 मामलों, हत्या या हत्या के प्रयास के 8 मामलों, अवैध हथियार रखने के 5 मामलों और भ्रष्टाचार के 1 मामले में आरोपी है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta
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