चंद मिनटों में दुश्मनों को कर सकती है तबाह, स्वदेशी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल 'नाग' के तीनों परीक्षण सफल, जानिए खास 7 बातें
नई दिल्ली। भारत ने पोखरण परीक्षण फायरिंग रेंज में स्वदेशी मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। पाकिस्तान का पसीना छुड़ाने वाली स्वदेशी नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का तीन बार सफल परीक्षण किया गया। बताया जा रहा है कि इस दौरान दिन और रात के समय में मिसाइल का टेस्ट लांच किया गया जो पूरी तरह से सफल रहा। यह मिसाइल चंद मिनटों में दुश्मनों का खात्मा करने में सक्षम है। जानिए खास 7 बातें-
1. यह मिसाइल दिन और रात दोनों समय मार कर सकती है। स्वदेशी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग पाकिस्तानी टैंकों को आसानी से अपना टारगेट बनाने में सक्षम है।
2. ये 230 किलोमीटर प्रति सेकंड्स के हिसाब से टारगेट को करती ध्वस्त है। अपने साथ ये मिसाइल अपने साथ 8 किलोग्राम विस्फोटक लेकर चल सकती है।
3. 2017 और 2018 में एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग के दो सफल परीक्षण किए जा चुके हैं। डीआरडीओ के मुताबिक इस मिसाइल की कई खूबियां हैं। इमेज के जरिए यह मिसाइल अपना अचूक निशाना साधती है और दुश्मन के टैंक का पीछा करते हुए उसे तबाह कर देती है।
4. नाग मिसाइल वजन में इतनी हल्की है कि इसे इधर-उधर आसानी से ले जाकर उपयोग में ले सकते हैं। पहाड़ी पर या दूसरी किसी जगह पर मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री कॉम्बैट व्हीकल के जरिए ले जाना काफी आसान है। इसका कुल वजन मात्र 42 किलो है।
5. 230 किलोमीटर प्रति सेकंड के हिसाब से अपने लक्ष्य को भेदती है।
6. नाग मिसाइल बनाने में अब तक 350 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो चुका है।
7. इस मिसाइल को 10 साल तक बिना किसी रखरखाव के प्रयोग किया जा सकता है।