'भारत माता की जय' नहीं कहने वालों को देश में रहने का हक नहीं'
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस रविवार को अपने उस बयान पर कायम रहे जिसमें उन्होंने कहा था कि जो लोग भारत माता की जय कहने को लेकर अनिच्छुक हैं उन्हें इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि इस नारे का किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि मीडिया ने ‘विवाद पैदा करने की मंशा से’ से उनके भाषण का सिर्फ एक हिस्सा पेश किया।
फडणवीस ने नासिक में शनिवार रात एक जनसभा में कहा था, ‘अब भी भारत माता की जय को लेकर विवाद है और जो ऐसा कहने से मना करते हैं उन्हें यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है। जो यहां रहते हैं उन्हें ‘भारत माता की जय’ कहना चाहिए।’ उन्होंने देश विरोधी नारे लगाने वालों का समर्थन करने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की भी आलोचना की।
मुंबई में आज अपने बयान में फडणवीस ने कहा कि नासिक में अपने 50 मिनट के भाषण में उन्होंने ‘भारत माता की जय’ के नारे के बारे में संक्षिप्त चर्चा की थी लेकिन मीडिया ने इसे पकड़ लिया।
उन्होंने कहा, ‘अपने 50 मिनट के भाषण में मैंने 45 मिनट तक महाराष्ट्र में सूखा की स्थिति और विकास के बारे में बोला और सिर्फ पांच मिनट ‘भारत माता की जय’ और शनि शिंगणापुर मुद्दे पर बोला होगा लेकिन मीडिया ने सिर्फ ‘भारत माता की जय’ को चुना और वह भी उसके सिर्फ एक हिस्से को। यह साफ तौर पर साबित करता है कि मीडिया के एक हिस्से की सिर्फ विवाद पैदा करने में दिलचस्पी है।’
फडणवीस ने दावा किया कि अपने भाषण में उन्होंने कहा था कि इस नारे का किसी धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। (भाषा)