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Last Updated :नई दिल्ली , बुधवार, 16 सितम्बर 2015 (00:16 IST)

दिल्ली में डेंगू से मृतक संख्या 11 हुई

दिल्ली में डेंगू से मृतक संख्या 11 हुई - Dengue, Delhi
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू का कहर बरकरार है और छह साल के एक लड़के और एक महिला की मौत से इस बीमारी से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 11 हो गई।
वहीं मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि उनकी सरकार आपात स्थितियों के दौरान अस्थाई तौर पर निजी अस्पतालों की कमान अपने हाथों में लेने के लिए एक कानून लाने पर विचार कर रही है।
 
शहर के अस्पतालों के डेंगू के मरीजों से भरे पड़े होने के साथ दिल्ली के मंत्रिमंडल ने बिगड़ती स्थिति का जायजा लेने के लिए एक आपात बैठक की। निजी अस्पताल डेंगू के मरीजों को भर्ती करने से इनकार ना करे, यह सुनिश्चित करने के लिए बैठक में विभिन्न विकल्पों पर भी विचार किया गया। आप सरकार ने साथ ही 1031 डेंगू हेल्पलाइन की भी घोषणा की और निजी अस्पतालों से बिस्तरों की संख्या बढ़ाने को कहा।
 
दक्षिण दिल्ली के श्रीनिवासपुरी इलाके में अमन शर्मा नाम के एक बच्चे की डेंगू से मौत हो गई और उसके माता-पिता ने आरोप लगाया कि तीन निजी अस्पतालों- मैक्स साकेत, मूलचंद और बत्रा ने बिस्तरों की अनुपलब्धता का हवाला देते हुए उसे अस्पताल में भर्ती करने से इनकार कर दिया था।
 
अमन की रविवार को ओखला स्थित होली फैमिली अस्पताल में मौत हो गई। लड़के के परिवार ने सफदरजंग अस्पताल पर भी लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल ने नौ सितंबर को उनसे कहा था कि अमन को डेंगू नहीं है।
 
पिछले हफ्ते सात साल के अविनाश राउत की डेंगू से मौत हो गई थी। शहर के पांच निजी अस्पतालों ने से भर्ती करने से इनकार कर दिया था। अविनाश की मौत से दुखी होकर उसके माता-पिता ने आत्महत्या कर ली। 
 
लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में 29 साल की एक महिला के भी डेंगू से मारे जाने की खबर है। इसके साथ ही शहर में अब तक कुल 11 लोग बीमारी की भेंट चढ़ चुके हैं। अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार महिला उत्तरपश्चिमी दिल्ली की रहने वाली थी और उसे कल शाम अस्पताल लाया गया था जिसके कुछ ही मिनट बाद उसकी मौत हो गई।
 
यह पूछे जाने पर कि सरकार निजी अस्तपालों के प्रशासन की बागडोर अपने हाथों में लेने की स्थिति में कैसे उनका संचालन करेगी, अधिकारियों ने ज्यादा जानकारी दिए बिना कहा कि वह इसे लेकर एक योजना तैयार कर रहे हैं।
 
डेंगू के मामलों के लगातार बढ़ने के साथ केजरीवाल ने गुरु तेग बहादुर अस्पताल और डॉ. हेडगेवार आरोग्य संस्थान का औचक दौरा किया और बाद में कहा कि डेंगू रोगियों का उपचार करने से इनकार करने वाले निजी अस्पतालों को बख्शा नहीं जाएगा।
 
केजरीवाल ने कहा, यह दुखद है। हम अधिक से अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में अंधे हो गए हैं। हमें अपनी मानवता को नहीं भूलना चाहिए। यदि अस्पताल ने बच्चे का इलाज किया होता तो कुछ नहीं होता। क्या इससे उनके मुनाफे पर बहुत अधिक असर पड़ जाता? केजरीवाल ने शाम में मंत्रिमंडल की एक बैठक की अध्यक्षता की और डेंगू के मरीजों को हरसंभव मदद देने के लिए निर्देश जारी किए।
 
दिल्ली सरकार ने डेंगू के मद्देनजर सभी स्कूलों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि बच्चे अगले एक महीने तक एहतियाती कदम के तौर पर पूरी बाजू की कमीज, फुल पेंट और सलवार-कमीज पहनकर आएं, ताकि मच्छरों के काटने से बचा जा सके।
 
मुख्यमंत्री ने कहा, हम एक कानून लाने की योजना बना रहे हैं ताकि आपात स्थिति वाले मरीजों के इलाज से इनकार करने पर अस्पतालों को दंडित किया जा सके।

नई हेल्पलाइन जारी : दिल्ली सरकार ने अपनी भ्रष्टाचार निरोधक हेल्पलाइन नंबर 1031 को मंगलवार से डेंगू से जुड़े सवालों के लिए नए हेल्पलाइन नंबर के तौर पर घोषित किया है।
 
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में डेंगू और इसके उपचार के बारे में सभी संबंधित जानकारी देने के लिए यह फैसला किया गया।
 
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, हमें मौजूदा नंबर 011-23307145 पर काफी फोन आ रहे हैं, इसलिए हमने एसीबी के हेल्पलाइन नंबर 1031 को अतिरिक्त डेंगू हेल्पलाइन नंबर के तौर पर इस्तेमाल करने का फैसला किया है। 
 
अधिकारी ने कहा कि एसीबी के कॉल सेंटरों में अच्छी संख्या में टेलीकॉलर हैं जिससे लोगों को जानकारी देने की गति बढ़ेगी। दिल्ली सरकार ने कल पहली हेल्पलाइन जारी की थी। (भाषा)