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Last Modified: रविवार, 6 नवंबर 2016 (21:37 IST)

दिल्ली में प्रदूषण : सरकार ने की आपात कदमों की घोषणा

दिल्ली में प्रदूषण : सरकार ने की आपात कदमों की घोषणा - Delhi pollution, pollution
नई दिल्ली। दिल्ली के अप्रत्याशित स्तर के प्रदूषण की गिरफ्त में होने के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि बुधवार तक राष्ट्रीय राजधानी के स्कूल बंद रहेंगे। उन्होंने पांच दिन तक यहां निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर रोक, एक विद्युत संयंत्र को अस्थाई रूप से बंद करने के अलावा शहर में कृत्रिम वर्षा कराने की संभावना तलाशने और सम-विषम योजना को वापस लाने समेत कई आपात कदमों की घोषणा की।
जल्दबाजी में बुलाई गई कैबिनेट बैठक से निकलते हुए केजरीवाल ने लोगों से अपील की कि वे घरों के भीतर रहें और संभव हो तो प्रदूषण की भयावह स्थिति को देखते हुए घर से काम करें।
 
हालात से निपटने के लिए अल्पकालिक कदमों को सूचीबद्ध करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डीजल वाले सभी जेनरेटर सेट के इस्तेमाल पर अगले पांच दिनों के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। हालांकि अस्पताल और मोबाइल टॉवर जैसी आपात सेवाओं को इसके दायरे से अलग रखा गया है।
 
केजरीवाल ने कहा, स्कूलों को अगले तीन दिन के लिए बंद रखा जाएगा। स्वास्थ्य विभाग कल प्रथम प्रदूषण परामर्श जारी करेगा। हम लोगों से घरों के भीतर रहने और संभव हो तो घर से काम करने की अपील करते हैं। 
 
केजरीवाल ने कहा, हम सम-विषम (कार राशनिंग योजना) के लिए भी तैयारी शुरू कर रहे हैं। हम अगले कुछ दिनों में आकलन करेंगे और जरूरत पड़ने पर इसे लागू करेंगे। दिल्ली सरकार ने कोयले वाले बदरपुर विद्युत संयंत्र को भी सोमवार से अगले 10 दिन के लिए बंद करने का फैसला किया। इसे प्रदूषण के अहम स्रोतों में से एक माना जाता है। संयंत्र में तकरीबन 300 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है।
 
सोमवार से 100 फुट चौड़ी सड़कों पर पानी के छिड़काव का भी फैसला किया गया। पीडब्ल्यूडी इस तरह की सभी सड़कों पर कम से कम एक सप्ताह के लिए पानी का छिड़काव कराएगा।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सम-विषम योजना को भी वापस लाने पर विचार कर रही है और शहर में कृत्रिम वर्षा कराने की संभावना पर केंद्र के साथ चर्चा करने जा रही है। इस प्रदूषण ने शहर को ‘गैस चैंबर’ में तब्दील कर दिया है। इसकी मुख्य वजह हरियाणा और पंजाब में बड़े पैमाने पर फसलों को जलाना है। (भाषा) 
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