बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र मंगलवार सुबह गहरे अवदाब में तब्दील होकर पूर्वी तट की तरफ बढ़ गया और इसके गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी। IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि ओडिशा को आसन्न चक्रवात का सामना करना पड़ेगा।
विभाग ने अपने बुलेटिन में कहा कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना निम्न दबाव का क्षेत्र अवदाब में तब्दील हो गया है और सुबह करीब साढ़े आठ बजे यह ओडिशा के पारादीप से 700 किलोमीटर तथा पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से 750 किलोमीटर दूर केंद्रित था।
बुलेटिन के मुताबिक, गहरे अवदाब का क्षेत्र 23 अक्टूबर तक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा और 25 अक्टूबर की सुबह पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और दक्षिणी पश्चिम बंगाल के तटों को गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पार करेगा। इस दौरान, 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी, जो 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती हैं।
चक्रवात से निपटने के लिए ओडिशा सरकार ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 10 अतिरिक्त टीम की मांग की है। राज्य के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि एनडीआरएफ की मौजूदा टीमों को पहले से ही उन जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है, जिनके चक्रवात दाना से प्रभावित होने की आशंका है।”
अतिरिक्त विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पद्मनाभ बेहरा ने बताया कि ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल (ओडीआरएएफ) की 17 टीमों को भी चक्रवात की आशंका वाले 10 जिलों में तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीन अन्य ओडीआरएएफ टीमों को तैयार रखा जाएगा।
मौसम विभाग ने मछुआरों को 23 से 25 अक्टूबर तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। उसने कहा है कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है और इसके बाद यह धीरे-धीरे और तेज होगी।
आईएमडी के अनुसार, चक्रवाती तूफान के कारण 24 और 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश होने की आशंका है। उसने कहा कि दक्षिण 24 परगना, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व मेदिनीपुर और झारग्राम जिलों में एक-दो जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के कारण कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, पुरुलिया और बांकुरा जिलों में 24 से 25 अक्टूबर के बीच अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है।
आईएमडी ने कहा कि अवदाब निम्न दबाव क्षेत्र का अधिक तीव्र चरण होता है और आमतौर पर चक्रवाती तूफान के बनने से पहले अस्तित्व में आता है। आईएमडी महानिदेशक ने एक स्थानीय समाचार चैनल को बताया कि पुरी से लेकर पश्चिम बंगाल तट तक पूरे पूर्वी तट के इस चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने का अनुमान है।
उन्होंने आशंका जताई कि उत्तर ओडिशा के जिले अन्य क्षेत्रों के मुकाबले ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। ओडिशा सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर 23 से 25 अक्टूबर तक सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) डीके सिंह ने स्कूल और जन शिक्षा विभाग को उन 14 जिलों में एहतियात के तौर पर 23 से 25 अक्टूबर तक सभी स्कूल बंद रखने का निर्देश दिया है, जिनके चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है। सिंह ने सभी विभागों को पत्र लिखकर, आपदा से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। इनपुट भाषा