• Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Continuous decline in Corona's positivity rate in Delhi
Written By
Last Updated : शनिवार, 5 दिसंबर 2020 (19:06 IST)

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री जैन ने किया किसानों का समर्थन, कोरोना पर बोले- पॉजिटिविटी दर में आई कमी

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री जैन ने किया किसानों का समर्थन, कोरोना पर बोले- पॉजिटिविटी दर में आई कमी - Continuous decline in Corona's positivity rate in Delhi
नई दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में पॉजिटिविटी दर लगातार घट रही है और अब यह घटकर 5 प्रतिशत से भी कम रह गई है। मंत्री ने बताया कि पॉजिटिविटी दर में लगातार आने वाली यह कमी काफी संतोषजनक है और अगर ये आंकड़े आने वाले 2-3 दिन ऐसे ही रहें तो यह दिल्ली के लिए बहुत अच्छी खबर होगी।
जैन ने बताया कि गुरवार को दिल्ली में कोरोना के 3,734 नए मामले सामने आए और पॉजिटिविटी रेट 5 प्रतिशत से भी कम थी जबकि 7 नवंबर को पॉजिटिविटी रेट 15.26 प्रतिशत थी। दिल्ली में गुरुवार को रिकॉर्ड 75,000 से भी ज्यादा टेस्ट किए गए। इसमें 36,370 आरटी-पीसीआर टेस्ट शामिल थे। इस दौरान 3,734 नए केस सामने आए।
 
दिल्ली में खाली बेड की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। इस समय दिल्ली के अस्पतालों में करीब 12,000 बेड खाली हैं। जैन ने बताया कि दिल्ली में कोरोना मरीज के लिए कुल 18,700 बेडों में से 6,658 बेड पर ही मरीज हैं। इस तरह कुल मिलाकर करीब 65 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली हैं। मंत्री ने आईसीयू बेड के बारे में बताते हुए कहा कि दिल्ली में कुल 5,029 आईसीयू बेड हैं जिसमें से 2013 बेड यानी 40 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली हैं और यह दिल्ली के लोगों के लिए काफी राहत देने वाली खबर है।
जैन ने दिल्ली वालों को वैक्सीन कब मुहैया कराई जाएगी? इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जैसे ही वैक्सीन आएगी, हम इसे कुछ ही हफ्तों में सभी दिल्लीवासी तक पहुंचा देंगे। हमारे पास सभी जरूरी साधन मौजूद हैं। हम उन सभी साधनों का कोरोना के टीकाकरण के लिए इस्तेमाल करेंगे, जैसे मोहल्ला क्लिनिक, अस्पताल, पॉलीक्लिनिक आदि के जरिए हम कुछ ही हफ्तों में पूरी दिल्ली का टीकाकरण कर देंगे।
 
किसानों के साथ दिल्ली सरकार :  वहीं किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा कि किसानों का यह आंदोलन शांतिपूर्वक है और इसे नहीं रोकना चाहिए और केंद्र सरकार को जल्द से जल्द उनकी परेशानियां दूर करनी चाहिए। किसान हमारे राष्ट्र की रीढ़ हैं और वे हमारे देश के अन्नदाता हैं। अपनी आवाज उठाने का उनका हक है और उनकी आवाज तुरंत सुनी जानी चाहिए। (भाषा)