चीनी सेना ने दो बार किया भारतीय सीमा में अतिक्रमण
पासीघाट। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि चीनी सेना ने पिछले महीने दो बार अरूणाचल प्रदेश की सीमा का अतिक्रमण किया था, लेकिन इसे घुसपैठ नहीं कहा जा सकता यह सीमा अतिक्रमण का मामला है।
पूर्वोत्तर राज्य में पासीघाट एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने बताया कि हम इसे घुसपैठ नहीं बल्कि अतिक्रमण कह सकते हैं, क्योंकि चीनी थलसेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास के इलाके को पार किया।
रिजिजू ने कहा कि 22 जुलाई को एक घटना की सूचना सुदूर एंजॉ जिले के किबिथू इलाके से मिली और दूसरी घटना पिछले ही महीने तवांग जिले के थांगसा में सामने आई।
उन्होंने कहा कि जब भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और केंद्र सरकार ने इसके बारे में पता लगाया तो पाया कि यह सीमा के अतिक्रमण की घटना थी।
एएलजी से सू-30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमान उड़ान भर सकेंगे और वहां उतर सकेंगे। इससे चीन से लगी सीमा पर भारत की सैन्य क्षमताओं को बड़ी ताकत हासिल हुई है।
सीमा क्षेत्र में आधारभूत संरचना के विकास के मामले में चीन की बराबरी को लेकर भारत सरकार की ओर से की जा रही कोशिशों के बारे में रिजिजू ने कहा कि केंद्र पहले ही बुनियादी संरचना को मजबूत बनाने का काम शुरू कर चुका है और पासीघाट में बना एएलजी इस दिशा में एक बड़ा कदम है। (भाषा)