Rain in Punjab and Haryana: नई दिल्ली। आज पश्चिमी हिमालय (Western Himalayas) पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी हिमालय (Western Himalayas) के ऊपरी इलाकों और सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के इलाकों में बर्फबारी (Snowfall) भी संभव है। आईएमडी ने येलो अलर्ट जारी किया है। राजस्थान में आंधी और वज्रपात की आशंका व्यक्त की गई है।
पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तरप्रदेश, पूर्वी मध्यप्रदेश और आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों किसी मध्यम बारिश के साथ एक या दो भारी बारिश हो सकती है। स्काईमेट के अनुसार पूर्वोत्तर भारत, दक्षिण ओडिशा के कुछ हिस्सों, आंध्रप्रदेश, लक्षद्वीप और अंडमान और कुमार द्वीप समूह में हल्की बारिश हो सकती है। पूर्वी उत्तरप्रदेश, राजस्थान, पश्चिम मध्यप्रदेश, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और गुजरात में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
राजस्थान में आंधी और वज्रपात की आशंका : मौसम विभाग ने राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते अधिकांश इलाकों में आगामी 3 दिन तक आंधी और वज्रपात की आशंका जताई है। विभाग ने आगामी 3 दिनों तक राज्य के अधिकांश इलाकों में आंधी और वज्रपात के येलो अलर्ट के साथ चेतावनी जारी की है।
विभाग के अनुसार मंगलवार को सुबह से शाम तक भीलवाड़ा में 12.6 मिलीमीटर बारिश, धौलपुर में 8.5 मिमी, बाड़मेर में 7.8 मिमी, बांसवाड़ा में 5 मिमी, डूंगरपुर में 2.5 मिमी, हनुमानगढ़ में 1 मिमी बारिश दर्ज की गई। विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान नागौर के डीडवाना में 5 सेंटीमीटर, नागौर के संजू में 4 सेंटीमीटर, झुंझुनूं के पिलानी में 4 सेंटीमीटर, सीकर में 4 सेंटीमीटर, अजमेर में 4 सेंटीमीटर और अन्य कई स्थानों पर 3 सेंटीमीटर से 1 सेंटीमीटर के बीच बारिश दर्ज की गई।
उन्होंने बताया कि बादलों की आवाजाही और बारिश के चलते राज्य के अधिकांश इलाकों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई और तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। राज्य के प्रमुख शहरों में मंगलवार को अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री सेल्सियस से लेकर 28 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। सोमवार रात का तापमान 16.5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 24.6 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।
उत्तराखंड में भारी बर्फबारी की वजह से चारधाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। केदारनाथ में मंगलवार को भी भारी हिमपात की वजह से केदारनाथ यात्रा बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन भी बंद कर दिए गए हैं।
मौसम विभाग ने उत्तराखंड में स्थित अन्य उच्च हिमालयी मंदिरों के लिए भी 4 मई तक मौसम की ऐसी ही भविष्यवाणी की है। श्रद्धालुओं, विशेष रूप से केदारनाथ की ओर जाने वाले तीर्थयात्रियों को सलाह दी है कि वे जहां हैं, वहीं रहें।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि 6 मई के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बनने और इसके परिणामस्वरूप अगले 48 घंटों में कम वायु दाब का क्षेत्र विकसित होने की आशंका है।
अमेरिकी मौसम पूर्वानुमान प्रणाली ग्लोबल फोरकास्ट सिस्टम (जीएफएस) और यूरोपीय सेंटर फॉर मेडियम-रेंज वेदर फोरकास्ट्स (ईसीएमडब्ल्यूएफ) द्वारा बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवात बनने का पूर्वानुमान व्यक्त किए जाने की रिपोर्ट के बाद आईएमडी का यह बयान आया है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि कुछ प्रणालियों ने इसके एक चक्रवात होने का पूर्वानुमान जताया है। हम नजर रख रहे हैं। नियमित रूप से अद्यतन जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। मौसम का पूर्वानुमान करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने कहा कि मई 2023 के प्रथम पखवाड़े में कोई चक्रवाती तूफान आने की आशंका बहुत कम है।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल में हिन्द महासागर में कोई चक्रवाती तूफान विकसित नहीं हुआ। इस तरह, यह लगातार चौथा साल है जब पिछले महीने चक्रवाती तूफान नहीं आया।(एजेंसियां)
Edited by: Ravindra Gupta