नाले में गिरकर मां-बेटे की मौत पर दिल्ली सरकार और LG आए आमने-सामने
Case of mother and son dying after falling in a drain on Delhi-UP border : दिल्ली-यूपी के बॉर्डर पर 3 दिन पहले हुए हादसे में जान गंवाने वाले मां-बेटे की मौत को लेकर राजनीति शुरू हो गई। दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। हादसे में डीडीए को जिम्मेदार बताते हुए आम आदमी पार्टी ने आज उपराज्यपाल के निवास पर विरोध प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की।
खबरों के अनुसार, दिल्ली-यूपी के बॉर्डर पर तीन दिन पहले हुए हादसे में जान गंवाने वाले मां-बेटे की मौत से पूरा परिवार सदमे में है। तेज बारिश की वजह से तनुजा (24) और उसका बेटा नाले में बह गया था।वहीं दूसरी ओर इस घटना को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
दरअसल, उस नाले को दिल्ली सरकार डीडीए का नाला बता रही है, वहीं दूसरी तरफ उपराज्यपाल कार्यालय ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि यह नाला दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधीन आता है। नाला खुला था तो इसके लिए एमसीडी जिम्मेदार है। हादसे में डीडीए को जिम्मेदार बताते हुए आम आदमी पार्टी ने आज उपराज्यपाल के निवास पर विरोध प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की
आप विधायक कुलदीप कुमार ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि महिला और उसका बेटा जिस नाले में डूब गए, वह डीडीए के अंतर्गत आता है। कुमार ने कहा, यह दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या थी और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर हत्या का आरोप लगाया जाना चाहिए।
स्थानीय विधायक कुलदीप कुमार, आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडे, सांसद संजय सिंह ने इस घटना के लिए डीडीए को जिम्मेदार ठहराया और उपराज्यपाल वीके सक्सेना से इस्तीफे की मांग की। उनका कहना है कि डीडीए एलजी के अधीन आता है और वह इस घटना की जिम्मेदारी लें। एलजी कार्यालय ने इसको खारिज करते हुए बताया कि खोड़ा कॉलोनी में जिस नाले में डूबने किया घटना हुई वह एमसीडी के अधीन आता है।
Edited By : Chetan Gour