बड़ी खबर, सुखोई विमान से दागी जाएगी ब्रह्मोस मिसाइल
हवा से जमीन में मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण पहली बार सुखोई 30MKI से किया जाएगा। यह परीक्षण इसी हफ्ते किया जाएगा।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि इस हफ्ते बंगाल की खाड़ी में दो इंजन वाले सुखोई फाइटर जेट से ब्रह्मोस मिसाइल के हल्के वर्जन (2.4 टन) का परीक्षण किया जाएगा।
ब्रह्मोस मिसाइल का प्रयोग दुश्मन की सीमा में घुसकर आतंकी कैंप पर सटीक निशाने साधने में किया जा सकेगा। इस परीक्षण के बाद यह मिसाइल दुश्मनों के लिए और खतरनाक हो जाएगी।
इस परीक्षण के बाद ब्रह्मोस मिसाइल का प्रयोग सर्जिकल स्ट्राइक जैसे अभियानों में भी किया जा सकेगा। इससे वह दुश्मन की सीमा में अंडरग्राउंड बंकरों पर भी निशाना साध सकेगी।
उल्लेखनीय है कि ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता 290 किमी और गति 2.8 मैच है। इससे जमीन और समुद्र पर निशाना साधा जा सकता है। भारत ने रूस के साथ मिलकर इसे तैयार किया है। इसे साल 2005 में पहली बार भारतीय सेना में शामिल किया गया था।