लिंचिंग पर बवाल, राहुल को भाजपा का जवाब, कांग्रेस राज में इन घटनाओं में मारे गए थे 100 से ज्यादा लोग
नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पंजाब और कुछ अन्य जगहों पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डालने (लिंचिंग) की हालिया घटनाओं की पृष्ठभूमि में मंगलवार को आरोप लगाया कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में नहीं आता था। इस पर भाजपा ने उन्हें करारा जवाब दिया।
उन्होंने थैंक्यू मोदी जी हैशटैग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, '2014 से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में भी नहीं आता था।'
इस पर पलटवार करते हुए भाजपा आईसेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्विटर पर सूची जारी कर की। इसमें 1969 से लेकर 1993 तक हुई लिंचिंग के वर्षों का जिक्र है। मालवीय का दावा है कि नेहरू गांधी परिवार के राज में लिंचिंग की घटनाओं में 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि मिलिए राजीव गांधी से, मॉब लिंचिंग के जनक, सिखों के खून से लथपथ जनसंहार को सही ठहराते हुए। कांग्रेस ने सड़कों पर उतरकर, खून का बदला खून से लेंगे जैसे नारे लगाए, महिलाओं के साथ बलात्कार किया, सिख पुरुषों के गले में जलते टायर लपेटे, जबकि कुत्तों को नालों में फेंके गए जले हुए शवों पर ले जाया गया।
गौरतलब है कि गत रविवार को पंजाब के कपूरथला के निजामपुर गांव में एक गुरुद्वारा में सिख धर्म के निशान साहिब (ध्वज) का अनादर करने के आरोप में एक अज्ञात व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीटकर कथित तौर पर मार डाला।
इससे पहले अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शनिवार को कथित बेअदबी को लेकर भीड़ ने एक अन्य व्यक्ति की पीट-पीट कर कथित तौर पर जान ले ली थी।