IMIM MP Asaduddin Owaisi on all party delegation: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद कश्मीर में हुए स्वतः स्फूर्त विरोध प्रदर्शनों का हवाला देते हुए शनिवार को कहा कि इससे पता चलता है कि क्षेत्र में पाकिस्तान के लिए कोई समर्थन नहीं बचा है। आपको निश्चित रूप से पाकिस्तान का मुकाबला करना चाहिए, लेकिन आपको कश्मीरियों को अपनाना भी चाहिए।
कश्मीरियों की चिंता : हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी ने एक साक्षात्कार में कहा कि वास्तव में यह सरकार, प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लिए ऐतिहासिक अवसर है। उन्हें इस अवसर का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। ओवैसी ने कहा कि 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले के बाद हर कश्मीरी घर में मातम था।
कश्मीरियों को अपनाने से उनका क्या तात्पर्य है, इस बारे में विस्तार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वहां मानवाधिकारों का हनन न हो, उन्हें उनके अधिकार मिलने चाहिए, देश के अन्य हिस्सों में कश्मीरी छात्रों पर हमला नहीं होना चाहिए। ओवैसी ने कहा कि यह सब किया जाना चाहिए। हमें यह अवसर नहीं खोना चाहिए। कश्मीरियों को उनके भाग्य पर मत छोड़ो। उन्हें अपनाओ।
पाकिस्तान भरोसे के लायक नहीं : उन्होंने कहा कि भारत में अस्थिरता और सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा देना और इसके आर्थिक विकास को विफल करना पाकिस्तान की अलिखित विचारधारा है। और यह तब से ऐसा कर रहा है जब से इसने भारत की आजादी के बाद जम्मू कश्मीर में कबाइली घुसपैठियों को भेजा था। एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने कहा कि जब तक पाकिस्तानी डीप स्टेट (नीति-निर्माण को नियंत्रित करने वाले प्रभावशाली, ताकतवर गैर सरकारी तत्व), पाकिस्तानी आईएसआई, पाकिस्तानी सेना का उद्देश्य भारत को अस्थिर करना है, तब तक आप पाकिस्तान पर कभी भरोसा नहीं कर सकते।
आतंकवाद को समर्थन करने का पाक का लंबा इतिहास : ओवैसी ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान का आतंकवाद को प्रायोजित करने का लंबा इतिहास है और यह देश मानवता के लिए खतरा बन गया है। ओवैसी ने कहा कि सरकार द्वारा कई देशों के दौरे पर भेजे जा रहे सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक के सदस्य के तौर पर यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए उनके संदेश का मूल मंत्र होगा। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा लंबे समय से निर्दोष नागरिकों की हत्या के बारे में दुनिया को बताना होगा।
भारत ने पाक प्रायोजित आतंकवाद का दंश झेला : उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का काफी दंश झेला है। हम सभी ने जिया-उल-हक के समय से लोगों का कत्लेआम देखा है। हालांकि, ओवैसी ने कहा कि सरकार ने अभी तक उन्हें कूटनीतिक मुहिम के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी है। लोकसभा सदस्य ओवैसी ने कहा कि भारत के साथ टकराव में पाकिस्तान द्वारा खुद को इस्लामी देश के रूप में पेश करने पर उसे आड़े हाथों लेना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह बकवास है। भारत में करीब 20 करोड़ मुसलमान रहते हैं। यह भी बताना जरूरी है।
ओवैसी ने कहा कि भारत को अस्थिर करना, सांप्रदायिक विभाजन को उकसाना और देश के आर्थिक उत्थान को रोकना पाकिस्तान की अलिखित विचारधारा का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह हमेशा से पाकिस्तानी डीप स्टेट और उसकी सेना का मकसद रहा है। उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान की चाल बहुत पहले ही समझ लेनी चाहिए थी, जब उसने 1947 में अपनी आजादी के बाद जम्मू कश्मीर में कबाइली घुसपैठियों को भेजा था।
पाकिस्तान मानवता के लिए खतरा : उन्होंने कहा कि वे यह तमाशा तब से कर रहे हैं। वे कल भी ऐसा करते रहेंगे और रुकने वाले नहीं हैं। हालांकि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को हथियार, प्रशिक्षण और वित्तीय मदद देकर पाकिस्तान मानवता के लिए खतरा बन गया है।
गत 22 अप्रैल को पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे। राजनीतिक दलों, धार्मिक नेताओं और सामाजिक संगठनों ने इस भयावह हमले की निंदा की और आतंकी हमले के बाद जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया। (भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala