मंगलवार, 30 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. amar singh attacks on samajwadi party chief akhilesh yadav and sp leader azam khan
Written By
Last Modified: मंगलवार, 28 अगस्त 2018 (12:08 IST)

अमरसिंह का बड़ा हमला, बेटियां स्कूल जाती हैं तो डर लगता है, उनकी मां रोती है...

अमरसिंह का बड़ा हमला, बेटियां स्कूल जाती हैं तो डर लगता है, उनकी मां रोती है... - amar singh attacks on samajwadi party chief akhilesh yadav and sp leader azam khan
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के पूर्व महासचिव अमरसिंह ने सपा नेता आजम खान पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि आजम ने उनकी बेटियों पर अभद्र टिप्पणी की है और तेजाब फेंकने की धमकी दी है।
 
अमरसिंह बहुत ही उग्र लहजे में कहा कि बेटियां स्कूल जाती हैं तो मुझे डर लगता है। उनकी मां रोती है। उन्होंने आजम को निशाने पर लेते हुए कहा कि जिस पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विभाजन के समय दंगे नहीं हुए, वहां आजम के समय दंगे हुए।
 
अखिलेश को चुनौती : राज्यसभा सांसद अमरसिंह ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को चुनौती देते हुए कहा कि जब हम अनावश्यक कारणों से तुम लोगों की राजनीति के कारण जेल में बंद थे तो हमारे बच्चों के आंसू पोछने न तुम आए, न तुम्हारे पिता।
 
सपा मुखिया अखिलेश के हाल के विष्णु मंदिर बनवाने वाले बयान पर अमर ने कहा कि तुम विष्णु मंदिर बनाओगे, नमाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश! तुम्हारा पाला हुआ, तुम्हारा पैदा किया हुआ तैमूर लंग, अलाउद्दीन खिलजी, नादिर शाह, अहमद शाह अब्दाली, महमूद गजनवी की नस्ल और संस्कृति का राक्षस आजम खान हमारी बेटियों को तेजाब से नहलाने की बात करता है और हमें काटने की बात करता है।
 
क्या कहा था आजम खान ने : हालांकि आजम खान ने अमरसिंह के आरोपों को सिरे से खारिज किया है, लेकिन एक न्यूज चैनल से बातचीत में आजम खां ने अमरसिंह के बयान पर कहा था कि जिस दिन ये या फिर इन जैसे लोग दंगों में मारे जाएंगे और इनके परिवार के लोग काटे जाएंगे तो हिंदुस्तान में दंगे बंद हो जाएंगे। जिस दिन इनके बच्चे तेजाब में गलाए जाएंगे तो न मुजफ्फरनगर होगा न गुजरात होगा।
 
यह भी ध्यान रखने वाली बात है कि अमरसिंह और आजम खान की राजनीतिक दुश्मनी समाजवादी पार्टी के जमाने से ही है। आजम पहले भी सिंह के खिलाफ अभद्र टिप्पणिया कर चुके हैं। वर्ष 2017 में आजम ने अमरसिंह के लिए दल्ला जैसे शब्दों का उपयोग किया था। उस समय आजम ने कहा था कि उस दल्ले (अमर) को उसकी औकात और हैसियत में भी मैंने ही रखा है।