संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, क्या है सरकार के सामने चुनौती?
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र सुचारू रूप से चलाने के उद्देश्य से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 29 नवंबर को संसद में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के बड़े नेताओं के शामिल होने की संभावना है।
बैठक में सरकार सभी दलों को संसद में पेश किए जाने वाले सभी बिल के बारे में जानकारी देगी तो विपक्ष MSP और महंगाई के मुद्दे पर सरकार से सदन में चर्चा की मांग करेगा।
सरकार शीतकालीन सत्र में कृषि कानूनों की वापसी, क्रिप्टोकरेंसी समेत कई महत्वपूर्ण बिल पेश करने जा रही है। संसद का बजट सत्र हंगामें की भेंट चढ़ गया था ऐसे में सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती इसे व्यवस्थित रूप से चलाने की होगी।
उल्लेखनीय है कि संसद के केन्द्रीय कक्ष में 26 नवंबर को लोकसभा सचिवालय द्वारा आयोजित संविधान दिवस समारोह का लगभग सभी विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी दलों द्वारा कार्यक्रम के बहिष्कार को लेकर दुख व्यक्त किया था। कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बिरला ने कहा था कि वह सदन के सुचारू संचालन को लेकर आम सहमति बनाने के लिए विपक्ष और सत्ता पक्ष के साथ बैठेंगे।