लापता वायुसैनिक विमान के न मिलने से चिंताएं बढ़ीं
चेन्नई। भारतीय वायुसेना के 29 लोगों को ले जा रहे एएन32 विमान के लापता होने के बाद से उसका कोई पता नहीं लगने के कारण चिंताएं बढ़ रही हैं जबकि पता लगाने वाले दलों ने बंगाल की खाड़ी में अपने प्रयास तेज कर दिए हालांकि बंगाल की खाड़ी में खराब मौसम एक अड़चन बन सकता है।
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर सुबह यहां पहुंचे तथा उन्होंने करीब दो घंटे तक हवाई दौरा किया। नौसेना एवं तटरक्षक बल की पनडुब्बियों सहित 18 पोत तथा आठ विमान लापता विमान को ढूंढने के लिए लगाए गए हैं।
भारतीय वायुसेना का रूस में निर्मित यह विमान ताम्बरम वायुसेना ठिकाने से पोर्ट ब्लेयर के लिए उड़ान भरने के कुछ ही घंटे बाद लापता हो गया। इसका अंतिम रेडियो संपर्क उड़ान भरने के 16 मिनट बाद सुबह आठ बजकर 46 मिनट पर हुआ था।
अधिकारियों के लिए चिंताएं बढ़ती जा रही हैं, क्योंकि समय बीतता जा रहा है तथा अभियान से अभी तक कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिला। विमान लापता होने की खबर मिलने के कुछ ही समय बाद यह अभियान शुरू कर दिया गया था।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि पर्रिकर ने इस अभियान की स्वयं समीक्षा की तथा निर्देश दिया कि यदि इस उद्देश्य के लिए अधिक संसाधनों की जरूरत है तो उन्हें इस काम में लगाया जा सकता है।
रक्षामंत्री को उन कठिन परिस्थितियों के बारे में अवगत कराया गया जिनमें पिछले 24 घंटे में यह अभियान चलाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि समुद्र बहुत अशांत है तथा क्षेत्र में गहरे बादल छाए हुए हैं। पर्रिकर ने सभी कमांडरों को निर्देश दिया कि वे परिवारों से संपर्क बनाएं रखें और उन्हें सूचनाएं मुहैया कराएं। (भाषा)