संसद में थप्पड़ की गूंज, रो पड़ींं अन्नाद्रमुक सांसद...
नई दिल्ली। तमिलनाडु से राज्यसभा सांसद शशिकला पुष्पा ने आज राज्यसभा में भावुक स्वर में कहा कि उन्हें एक नेता ने थप्पड़ मारा और उनकी जान को खतरा है तथा उन पर उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
अन्नाद्रमुक की ओर से राज्यसभा सांसद चुनी गई शशिकला शून्यकाल में अपनी बात कहना चाहती थीं और वह इसके लिए आसन के समीप भी आ गईं। बाद में वह कई बार रो पड़ीं और कहा कि तमिलनाडु में उनकी जान को खतरा है। उन्होंने हालांकि यह नहीं स्पष्ट किया कि उन्हें किसने और कब थप्पड़ मारा?
विपक्षी सदस्यों ने शशिकला का समर्थन करते हुए आसन से अनुरोध किया कि उन्हें अपनी बात कहने का मौका दिया जाना चाहिए। उनकी ही पार्टी के नेता नवनीत कृष्णन ने मांग की कि शशिकला की कुछ टिप्पणी को कार्यवाही से बाहर कर दिया जाए।
शशिकला ने कहा, उनकी जान को खतरा है.. मुझे परेशान किया जा रहा है.. मुझे सुरक्षा चाहिए.. वे लोग इस्तीफा देने के लिए दबाव डाल रहे हैं। मुझे क्यों इस्तीफा देना चाहिए? मैं देश की सेवा करना चाहती हूं..।'
उपसभापति पी जे कुरियन ने सदस्यों को आश्वासन दिया कि सभापति सभी सदस्यों के संरक्षक हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित सदस्य जरूरी कार्रवाई के लिए अपनी बात सभापति को लिख सकते हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि सदस्य को किसी ऐसे व्यक्ति का नाम नहीं लेना चाहिए जो अपना बचाव करने के लिए सदन में नहीं आ सकते।
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते शशिकला और द्रमुक सदस्य टी शिवा के बीच दिल्ली हवाई अड्डा पर कथित रूप से विवाद हुआ था।
नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी सदस्य को अपने साथ हुई घटना का जिक्र करने का हक है। कई सदस्य अपने स्थानों से आगे भी आ गए। सपा सदस्य नरेश अग्रवाल ने कहा कि किसी भी सदस्य को अपनी बात कहने का हक है।
विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि यह किसी भी सदस्य के साथ हो सकता है और अगर किसी सदस्य के साथ कुछ होता है तो क्या उसे अपनी बात कहने की अनुमति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदस्य को अपनी बात कहने की अनुमति मिलनी चाहिए। शशिकला बार बार कहती रहीं कि उनकी जान को खतरा है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा करने से सदन की प्रतिष्ठा नहीं बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अगर किसी सदस्य को कुछ परेशानी है तो वह सभापति को लिख सकता है। सभापति उचित कदम उठाएंगे।
कुरियन ने कहा कि सदस्य सभापति को लिख सकती हैं.. जरूरत होने पर सरकार उनकी सुरक्षा के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, 'सभापति की ओर से मैं आश्वासन दे सकता हूं कि मामले में जरूरी कदम उठाए जाएंगे। अगर उन्हें सुरक्षा की जरूरत होगी तो सरकार इस पर गौर करेगी।'
इस बीच, मीडिया खबरों के अनुसार अन्नाद्रमुक सुप्रीमो जयललिता ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए शशिकला को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। (भाषा)