आंजनेय कुमार सिंह की इस टिप्पणी पर सवाल भी उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का दावा है कि पुलिस ने भी गोली चलाई थी। हालांकि, अधिकारी का कहना है कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि कई जगह ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पुलिस ने गोली चलाई है, लेकिन यह सच्चाई नहीं है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने ऐसे किसी भी हथियार का इस्तेमाल नहीं किया, जिससे किसी की मौत हो जाए। एसपी ने कहा कि संभल थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।