भीषण आग में भी मां ने सीने से लिपटाए रखे बच्चे, जिंदा खाक हो गए, 17 लोगों की मौत
हैदराबाद में ऐतिहासिक चारमीनार के पास स्थित गुलजार हाउस की एक इमारत में रविवार सुबह भीषण आग के हादसे में 17 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। हादसे का यह मंजर जिसने भी देखा उसकी रूह कांप गई। इस हादसे में एक मां भीषण आग में भी अपने बच्चों को सीने से लगाए रही। मां अपने बच्चों समेत जलकर खाक हो गई।
8 बच्चों समेत कुल 17 लोगों की मौत हो गई। हादसे में जान गंवाने वाले सभी लोग सगे संबंधी थे। पुलिस ने बताया कि आग संभवत: शॉट सर्किट के कारण लगी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने को बताया कि अस्पताल ले जाए गए सभी 17 लोगों को मृत घोषित कर दिया गया।
अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि इस इमारत से बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता एक संकरी सीढ़ी थी, लेकिन लोग उस रास्ते से तेजी से बाहर नहीं निकल सके। पुलिस ने बताया कि इमारत के भूतल पर आभूषण की दुकानें थीं और ऊपरी मंजिल पर एक फ्लैट में लोग रह रहे थे। पुलिस ने बताया कि धुआं फैलने से लोगों का दम घुटने लगा। कहा जाता है कि पीड़ित परिवार शहर की सबसे पुरानी आभूषण दुकानों में से एक का संचालन कर रहा था।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संवाददाताओं को बताया कि यह परिवार वहां 125 वर्षों से रह रहा है, जिससे यह संकेत मिलता है कि वे पीढ़ियों से वहां रह रहे थे। ओवैसी ने कहा कि अब परिवार के केवल दो सदस्य बचे हैं। मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मुझे अग्निशमन सेवा महानिदेशक ने बताया कि ज्यादातर मौतें दम घुटने और धुएं के कारण हुईं... रिपोर्ट आने दीजिए, यह बहुत दर्दनाक है।
हैदराबाद के पुलिस आयुक्त सी वी आनंद ने बताया कि गुलजार हाउस और आसपास के इलाकों की अधिकतर इमारतें 100 से 200 साल पुरानी हैं। तेलंगाना राज्य आपदा प्रतिक्रिया और अग्निशमन सेवा के महानिदेशक वाई नागी रेड्डी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि आग सुबह छह से सवा छह बजे के बीच देखी गई।
रेड्डी ने बताया कि सुबह छह बजकर 16 मिनट पर अग्निशमन विभाग को सूचना मिली और दमकल गाड़ी जल्द ही वहां पहुंच गई। उन्होंने बताया कि भूतल पर दुकानें थीं, जबकि इमारत के प्रथम और द्वितीय तल पर आवासीय परिसर था। रेड्डी ने कहा, “प्रथम दृष्टया आग लगने का कारण शॉपिंग क्षेत्र में बिजली की मुख्य आपूर्ति में शॉर्ट सर्किट होना प्रतीत होता है''
उन्होंने कहा कि आग लगने के समय इमारत में कुल 21 लोग थे, जिनमें से अग्निशमन विभाग द्वारा 17 को अचेत अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि इमारत से बाहर निकलने का सिर्फ एक ही रास्ता था जो एक सीढ़ी थी और ये काफी संकरी थी, इसी कारण वहां मौजूद लोग सुरक्षित बाहर नहीं निकल पाए।
(भाषा) Edited By: Navin Rangiyal