भारत के 80 करोड़ लोगों को दिया जा रहा है जहर, फोर्टिफाइड चावल का सच
केन्द्र की मोदी सरकार पर कांग्रेस का सनसनीखेज आरोप
Congress targets modi government regarding fortified rice: कांग्रेस ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि फोर्टिफाइड चावल (fortified rice) की आड़ में देश के 80 करोड़ लोगों को जहर दिया जा रहा है। दरअसल, फोर्टिफाइड चावल भारत के गरीब लोगों को जबरन खिलाकर उनके स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है।
कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि करोड़ों भारतीयों को जबर्दस्ती फोर्टिफाइड राइस खिलाया जा रहा है। नीति आयोग के शोधार्थियों के अनुसार, हाइपर टेंशन और डायबिटीज के मरीजों के लिए फोर्टिफाईड चावल हानिकारक है। बगैर किसी गाइडलाइन के बोरी भेज दी जाती है, बिना यह बताए कि ये चावल किसे खाना है, किसे नहीं! हम दावे के साथ कह सकते हैं कि वैज्ञानिक रिसर्च के माध्यम से ये निर्णय नहीं लिया गया और लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हुआ है।
खेड़ा ने कहा कि सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 138 लाख टन राइस टन 2021 से 2023 तक गरीब लोगों के बीच बंट चुका है। इसको लेकर न तो कोई रिसर्च की गई, न ही कोई जांच की गई। निर्णय लेने की प्रक्रिया को बहुत ही हलका कर दिया गया है। दूसरे शब्दों में कहें इस पूरी प्रक्रिया को कंसल्टेंट को बेच दिया गया है।
उन्होंने कहा कि आज जो देश में हो रहा है, देश के लोगों के स्वास्थ्य के साथ इससे बड़ा खिलवाड़ नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि झारखंड के एक जिले में जहां थैलेसीमिया बीमारी सबसे ज्यादा, वहां यह चावल पहुंच गया। चावल की बोरियों पर चेतावनी भी नहीं लिखी गई। आप एक बोरी चावल भेज देते हैं, बिना यह जाने कि इससे क्या नुकसान हो सकता है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala