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Last Updated : सोमवार, 1 सितम्बर 2025 (10:57 IST)

निर्मला सीतारमण के फर्जी वीडियो से 66 लाख की ठगी, साइबर कांड का नया हाई-टेक हथकंडा

66 lakh fraud by using fake video of Nirmala Sitharaman
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का फर्जी वीडियो चलाकर साइबर ठगी करने वाले गैंग के दो आरोपी  साइबर थाना देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। शनिवार रात को नोएडा से गिरफ्तार हुए आरोपियों ने देहरादून निवासी व्यक्ति को झांसे में लेकर 65 लाख रुपये की साइबर ठगी की। आरोपियों का विदेश में बैठकर साइबर ठगी करने वाले गैंग से कनेक्शन निकला है।

एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर के मुताबिक, मामले का खुलासा तब हुआ जब देहरादून के एक निवासी ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने गूगल पर निवेश से जुड़ी जानकारी सर्च की। जहां फेसबुक पर ‘जूडाह मुराजिक’ नाम के पेज पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एक फर्जी वीडियो चल रहा था। इसमें 21,000 रुपये निवेश पर 7 दिनों में 6.5 लाख रुपये कमाने का झांसा दिया गया था।

ऐसे की लाखों की साइबर ठगी : पीड़ित ने लिंक के जरिए ‘क्रिप्टोप्रोमार्केट्स डॉट कॉम’ पर रजिस्ट्रेशन किया, जहां अपराधियों ने खुद को अकाउंट मैनेजर बताकर विश्वास जीता और 7 मई से 29 मई 2025 तक विभिन्न बैंक अकाउंट्स में कुल 66.21 लाख रुपये जमा करवा लिए। जब रकम निकालने की कोशिश की तो ठगी का पता चला।

पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा और निरीक्षक देवेंद्र नबियाल ने मोबाइल नंबर, बैंक डिटेल, व्हाट्सएप चैट और डिजिटल ट्रेल का विश्लेषण किया। तकनीकी सबूतों के आधार पर नोएडा से नितिन गौर निवासी गली नंबर आठ, सदरपुर, सेक्टर 45, नोएडा और निक्कू बाबू निवासी गली नंबर 15, सदरपुर, सेक्टर-45, नोएडा को गिरफ्तार किया गया।ऐसे जुड़े गैंग में फर्जी कंपनी ‘एनजी ट्रेडर्स’ के नाम से ग्रुप बनाकर आरोपी लोगों से संपर्क करते थे।

उन्होंने फेसबुक पर फर्जी विज्ञापन चलाए, जहां फर्जी नामों (जैसे प्रिया, रमेश कुमार, शरद वोहरा, विक्की मल्होत्रा) से खुद को कंपनी के अधिकारी बताकर पीड़ितों को लालच दिया। गैंग का मुख्य काम फर्जी निवेश प्लेटफॉर्म बनाना, बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करवाना और फिर संपर्क तोड़ना है। अपनी पहचान छिपाने के लिए वे वीपीएन, प्रॉक्सी सर्वर और पब्लिक वाई-फाई का इस्तेमाल करते थे।

ठगी में विदेशी कनेक्शन : जांच में विदेशी साइबर क्रिमिनल से इनके कनेक्शन और 18-20 करंट अकाउंट का पता चला। बरामद सामान आरोपियों के कब्जे से 1 टैब (सिम सहित), 4 मोबाइल फोन (सिम सहित), 2 आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड, 6 अतिरिक्त सिम कार्ड, 12 डेबिट कार्ड, 2 पेन ड्राइव, 2 मुहरें (एनजी ट्रेडर्स), 6 चेक बुक, 5 पीओएस मशीन, 5 क्यूआर कोड साउंड बॉक्स और 14 क्यूआर स्कैनर बरामद हुए।
Edited By: Navin Rangiyal