Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
शुक्रवार, 2 नवंबर 2007 (21:59 IST)
'अमित है अमिताभ की आभा'
भोजपुरी फिल्मों के जाने-माने सितारे मनोज तिवारी मृदुल ने सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की तारीफ करते हुए कहा है कि बड़ी हस्ती किसे कहते हैं इसका अहसास अमितजी के साथ काम करने के बाद होता है, जिनकी आभा अमित है।
राजधानी में इंदिरा गाँधी की पुण्यतिथि पर आयोजित 'माँ तुझे सलाम' के बाद उन्होंने भाषा से विशेष बातचीत में कहा कि अमिताभ बच्चन जितने बड़े कलाकार हैं बतौर इन्सान उनका कद उससे भी बड़ा है। जब तक वे नहीं मिलते तब तक तो ठीक है, लेकिन जब मिलते हैं तो बड़ी सहजता से अपना बना लेते हैं। कभी लगता ही नहीं कि वह महानायक हैं।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में मृदुल ने अमिताभ के साथ भोजपुरी फिल्म 'गंगा' में अभिनय किया है। उन्होंने कहा कि हिन्दी फिल्मों के बड़े कलाकार भोजपुरी में काम कर रहे हैं, इसका सीधा मतलब है कि भोजपुरी को दर्शकों ने स्वीकार कर लिया है।
हालाँकि मृदुल ने कहा कि भोजपुरी के दर्शक हिन्दी फिल्में भी देखते हैं। इसीलिए हिन्दी फिल्मों के कलाकारों के लिए आवश्यक हो गया है कि वे भोजपुरी फिल्मों के बाजार में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँ। भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता का जिक्र आने पर मृदुल ने कहा भोजपुरी के शील और मर्यादा के पटल की अक्सर अनदेखी करके उसके उजले पक्ष को भुला दिया जाता है। भोजपुरी का आकलन सस्ती लोकप्रियता के लिए बनाई गई फिल्मों और एलबम के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए।
भिखारी ठाकुर और मनोज मिश्र को भोजपुरी के कलाकारों के लिए पूज्य बताते हुए तिवारी ने कहा- उन जैसे कलाकार एक बार जन्म लेते हैं। 'विदेसिया' और 'नदिया के पार' जैसी फिल्में मील का पत्थर हैं। तब के और आज के परिवेश में बड़ा फर्क हो गया है।
सूरीनाम विश्व हिन्दी सम्मेलन में भोजपुरी की छटा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं एक हनुमान मंदिर के सामने से गुजरा तो ऐसा लगा मानो रामदूत पूछ रहे हों कि 'काहो, का हालचाल बा बनारस का'।