मंगलवार, 5 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. साहित्य
  3. मेरा ब्लॉग
  4. Gurugram, pond, sulabh Internationa
Written By Author उमेश चतुर्वेदी
Last Modified: मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017 (17:20 IST)

गुरुग्राम के 200 तालाबों की सफाई के लिए सुलभ तैयार

गुरुग्राम के 200 तालाबों की सफाई के लिए सुलभ तैयार - Gurugram, pond, sulabh Internationa
गुरुग्राम। सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक और जाने-माने समाजसेवी डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक ने कहा है कि अगर हरियाणा सरकार और गुरुग्राम प्रशासन चाहे तो उनकी संस्था गुरुग्राम के सभी दो सौ तालाबों की सफाई का काम कर सकती है।
हुडा सिटी के सेक्टर 53 स्थित वजीराबाद गांव के खाटू श्याम मंदिर परिसर स्थित तालाब की सफाई अभियान के शुरुआत के मौके पर डॉक्टर पाठक ने कहा कि पानी की कमी के चलते इन तालाबों की सफाई जरूरी है और इससे गुरुग्राम की पानी की जरूरतें पूरी करने में मदद मिल सकती हैं। डॉक्टर पाठक ने गुरुग्राम के लोगों से अपील की, कि वे सफाई अभियान को नियमित तौर पर जारी रखें। तभी न सिर्फ गुरुग्राम साफ रहेगा, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्मीद के मुताबिक देश स्वच्छ हो सकेगा। 
 
गौरतलब है कि हरियाणा में तालाब की सफाई का सुलभ की ओर से यह दूसरा अभियान है। हरियाणा की तीर्थस्थली कुरुक्षेत्र में गत बारह वर्षों से ब्रह्म सरोवर और ज्योतिसर पीठ के दो तालाबों की सफाई का काम सुलभ ने संभाल रखा है। डॉक्टर पाठक के मुताबिक ब्रह्म सरोवर जहां 120 एकड़ में फैला हुआ है, वहीं ज्योतिसर पीठ का तालाब बीस एकड़ क्षेत्र में फैला है। सुलभ के सफाई अभियान जारी रखने के बाद ये दोनों ही तालाब धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इस मौके पर सुलभ के अधिकारियों ने बताया कि तालाब की सफाई के लिए वे अल्ट्राजीन डालकर पानी में बैक्टीरिया पैदा करेंगे, जो पानी की गंदगी को साफ करेंगे। इसके साथ ही पानी के नीचे जमा गंदी मिट्टी को भी साफ करेंगे। 
 
इस मौके पर डॉक्टर पाठक ने कहा कि गुरुग्राम के खाटू श्याम मंदिर स्थित इस तालाब की सफाई का जिम्मा अब से सुलभ इंटरनेशनल के पास है और उनके कार्यकर्ता तालाब को साफ रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। भारतीय रेल स्वच्छता मिशन के ब्रांड अंबेसडर डॉक्टर पाठक ने कहा कि उनका काम सफाई करना और इसके जरिए लोगों को स्वच्छता का संदेश देना है और वे किसी भी कीमत पर इस काम से पीछे नहीं हटेंगे।
ये भी पढ़ें
हिन्दी कविता : जिसे तुम प्रेम कहते हो