जन्म के बाद बच्चों का पहला साल बहुत महत्वपूर्ण और कठिनाई भरा होता है। इसी पहले साल से बच्चे का विकास होना शुरू हो जाता है। कुछ महीने बच्चा सिर्फ मां का दूध ही पीता है, लेकिन बाद में जब वह कुछ खाने की शुरुआत करने लायक होता है तो बहुत सावधानी की जरूरत होती है।
मां को इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए कि बच्चे को क्या और किस तरह खिलाया जाए। बच्चे को आहार देने की उम्र 4 से 6 महीने के बीच शुरू हो जाती है। यदि आपका बच्चा भी खाने लायक हो रहा है या हो चुका है तो देखिए किस प्रकार आप अपने नन्हे के लिए आहार की शुरुआत कर सकती हैं। शुरुआती दौर में इन कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
1. बच्चे को एक बार में एक ही तरह का आहार दें। मसलन दाल का पानी दे रही हैं तो उममें कोई चीज न मिलाएं। 2. बच्चे को ज्यादा खिलाने पर अनावश्यक जोर न दें। वह धीरे-धीरे ही खाना सीखेगा। 3. यदि उसे कोई एलर्जिक रिएक्शन हो रहा हो तो ध्यान दें कि खाने में कोई ऐसा पदार्थ तो नहीं है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। 4. चम्मच से खिलाने के बजाय बच्चों को अपने हाथ से ही खिलाएं। 5. भोजन न ज्यादा गर्म हो और न ही ज्यादा ठंडा। 6. बच्चे को उसकी आदत के अनुसार खाने दें। उसे जल्दी खिलाने की कोशिश न करें।
बच्चे के लिए जरूरी भोजन 1. आमतौर पर चावल या दाल का पानी सबसे पहले खिलाया जाता है। बच्चे को मसलकर चावल खिलाना शुरू करें। पहले उसे बहुत थोड़ी मात्रा दें और फिर जब वह खाने लगे तो उसकी मात्रा बढ़ाएं।
2. बच्चे को गाजर या उबला आलू मेश करके खिलाएं। इसी प्रकार अन्य पत्तेदार सब्जियां जैसे पत्तागोभी, सलाद इत्यादि खिलाएं। एक बार जब उसे सब्जी का स्वाद समझ में आ जाएगा तो वह खाने लगेगा। इसके बाद फल एवं जूस देना शुरू करें। पत्तेदार सब्जियां जिनमें आयरन, विटामिन ए और विटामिन सी होता है दें, इनसे बच्चे का विकास पूर्ण रूप से होता है।
3. प्रोटीनयुक्त भोजन जैसे बीन्स, अण्डा, नट्स इत्यादि बच्चे के विकास एवं कोशिका वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
4. मसला हुआ केला, दूध के साथ सामान्यतः बच्चों को दिया जाता है, लेकिन जिन बच्चों को कब्ज की शिकायत रहती है उन्हें केला न दें।
कुछ अन्य सावधानियां 1. बच्चों को उबला हुआ पानी पिलाएं। 2. उनका भोजन साफ एवं सुरक्षित जगह पर रखें। भोजन बनाने से पहले बर्तन अच्छी तरह साफ करें। कुछ भी खिलाने के पहले उसे चख लें। 3. सब्जियों को ज्यादा देर उबालें नहीं इससे उनके पोषक तत्व निकल जाते हैं। याद रखें कि अच्छा भोजन ही अच्छे स्वास्थ्य का आधार है। बच्चे के भोजन के प्रति विशेष सावधानी बरतें।