सिका स्कूल में पारंपरिक विधि से हुआ नन्हे बच्चों का स्वागत
नन्हे बच्चों का स्कूल में प्रवेश आरंभ हो गया है। जिस तरह गुरुकुल में विद्या अध्ययन के लिए आए शिष्यों का पारंपरिक स्वागत होता था, इंदौर स्थित सिका स्कूल में उसी परंपरागत और सांस्कृतिक विधि-विधान से नन्हे बच्चों का स्कूल के प्रथम दिन स्वागत किया गया। यह अनूठा विद्यारंभ आयोजन, संस्था के अध्यक्ष श्री एसबीएस अय्यर, एजुकेशनल ट्रस्टी डॉ सुश्री विजयलक्ष्मी आयंगर, एसएमसी संयोजक श्री एन के अगस्त की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ।
25 जून 2016 को सिका स्कूल नंबर 3 निपानिया पर संपन्न इस आयोजन में प्रिंसिपल श्रीमती आभा जौहरी, वाइस प्रिंसिपल सुश्री सूजा मैथ्यू, हेड मिस्ट्रेस सुश्री गिरिजा कुमार, एसएमसी संयोजक श्री एन रविचंद्रन, सदस्य एनआर कृष्णन, राजशेखरन अय्यर, विश्वनाथ अय्यर विशेष रूप से शामिल हुए।
सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया।
इस आयोजन की अनूठी बात यह थी कि बच्चों से चावल की थाली में नन्ही अंगुली से ॐ लिखवाया गया बाद में नोटबुक पर भी ॐ अंकित करवाया गया। गुलाब की कोमल कलियों से बच्चों का स्वागत किया गया। इस तरह से सिका स्कूल में परंपरा और संस्कृति को संजोकर विद्या प्रारंभ करने का सुंदर प्रयास किया गया। ज्ञान के संसार में बच्चों यह प्रवेश अभिभावकों को भी रोमांचित कर गया। बच्चों के साथ उनके चेहरे पर मीठी मुस्कान तैर रही थी और वे इस बात से संतुष्ट नजर आए कि बच्चे यहां सिर्फ पढ़ना ही नहीं सीखेंगे बल्कि भारतीय संस्कृति को भी गहराई से समझेंगे।
इस अवसर पर बिल्वपत्र के पौधे भी लगाए गए ताकि क्लासरूम की पढ़ाई के साथ बच्चे प्रकृति से भी प्रत्यक्ष ज्ञान अर्जित कर सके। शिक्षिका लीना कराडे ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया।