मासूम के दरिंदों को जल्द फांसी की सजा देने के लिए सुप्रीम और हाई कोर्ट में बने फास्ट ट्रैक कोर्ट
भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मासूम से रेप करने वाले दरिंदों को जल्द फांसी की सजा मिल सके इसके लिए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी फास्ट्र ट्रैक कोर्ट बनाने की मांग की है।
भोपाल में 8 साल के मासूम की रेप के बाद बेरहमी से हत्या करने वाले आरोपी को फांसी की सजा की मांग को लेकर निकाले गए कैंडल मार्च में शिवराज ने कहा कि उनकी सरकार के समय मासूम के साथ रेप करने वालों फांसी की सजा देने के लिए कानून बनाया गया था लेकिन कानूनी दांव-पेचों की वजह से एक भी दरिंदा फांसी पर नहीं चढ़ पाया।
शिवराज के मुताबिक उनकी सरकार के समय निचली अदालतों ने 21 दंरिदों को फांसी की सजा सुनाई थी लेकिन उनकी याचिका हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में पैडिंग होने के कारण अब तक किसी को सजा नहीं मिल पाई।
फांसी की सजा के लिए शुरू हो पब्लिक मूवमेंट – कैंडल मार्च में शामिल हुए शिवराज ने कहा कि मासूम से रेप के आरोपियों को जल्द फांसी की सजा मिल सके इसके लिए जरुरी हैं कि ऐसे मामलों की सुनवाई हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अलग से फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो। इसके लिए वह चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को पत्र लिखेंगे।
शिवराज ने लोगों से भी चीफ जस्टिस को पत्र लिखने की अपील करते हुए कहा कि वह सोशल मीडिया पर एक मुहिम शुरू करें जिससे की मासूम के साथ रेप के आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा मिल सके।