मोबाइल में बैलेंस नहीं है? इन नंबरों पर फोन कर हासिल कर सकते हैं मदद
इंदौर। सेज विश्वविद्यालय इंदौर के इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसेस के फॉरेंसिक विज्ञान के बीएससी व एमएससी फॉरेंसिक के विद्यार्थियों द्वारा राष्ट्रीय स्तर साइबर एक्सपर्ट प्रो. गौरव रावल के नेतृत्व में पुलिस कंट्रोल रूम एवं इंदौर कमिश्नरेट का भ्रमण कर महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कीं। कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र के मार्गदर्शन और रजत सकलेचा (डीसीपी इंटेलिजेंस व सुरक्षा) के निर्देशन में विद्यार्थियों ने पुलिस विभाग द्वारा विभिन्न सुविधाओं के व्यावहारिक पहलुओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
विद्यार्थियों ने एएसआई अभिलाष सिंह के साथ सेंट्रलाइस सीसीटीवी निगरानी प्रणाली से परिचित होने के लिए सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष का दौरा किया और शहर के विभिन्न बिंदुओं पर लगाए गए सभी 184 सीसीटीवी कैमरा स्थानों और इसकी निगरानी प्रणाली के पीछे की तकनीकों के बारे में जाना।
राष्ट्रीय स्तर के साइबर-सुरक्षा एक्सपर्ट प्रो. गौरव रावल के द्वारा साइबर क्राइम और इसके प्रकारों तथा विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया। सोशल मीडिया सावधानियों पर उन्होंने विद्यार्थियों को अगाह किया कि किसी भी प्रकार के सोशल प्लेटफॉर्म पर अपने व्यक्तिगत विवरण जैसे फ़ोन नंबर, स्थानीय पता, वर्तमान स्थान और वास्तविक जन्मतिथि न दें क्योंकि इन सभी व्यक्तिगत विवरणों के साथ ऑनलाइन शिकारी अपने स्वार्थ के लिए आपके व्यक्तिगत विवरणों का लाभ उठा सकते हैं।
ऐसे करें शिकायत : प्रो. रावल ने बताया की छात्र व छात्राएं अपने साथ हुई कोई भी ऑनलाइन दुर्व्यवहार व साइबर ठगी की शिकायत स्थानीय पुलिस, क्राइम ब्रांच (साइबर हेल्प लाइन नंबर 7049124445) के माध्यम से या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in के द्वारा गुप्त रूप से भी दर्ज करा सकते हैं।
कंट्रोल रूम इंचार्ज एसीपी सुभाष सिंह ने अपने संवाद सत्र में छात्रों को बताया की प्रदेश के किसी भी मोबाइल टॉवर क्षेत्र से 100 नंबर या 112 नंबर डायल कर आपातकालीन पुलिस सहायता प्राप्त की जा सकती है। यदि आपकी सिम में बैलेंस भी नहीं है तब भी 100/112 नंबर डायल करने पर कॉल लगेगा।
आप किसी अन्य मदद हेतु भी इन नंबरों को डायल कर सकते हैं। यह दोनों नंबर पूरी तरह निशुल्क हैं। यही नहीं किसी अपराध के होने की संभावना होने भर पर भी आप डायल 100 या 112 को कॉल कर कर पुलिस सहायता प्राप्त कर सकते हैं। आप चाहें तो अपना नाम गुप्त रखकर भी इन नंबरों को डायल कर सकते हैं। यदि किसी स्थिति में कॉल ना लगने की स्थिति में व्हाट्सएप ऐप नंबर 7587600100 पर भी चैट कर पुलिस सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
घर बैठे लिखवाएं एफआईआर : डायल-100 के द्वारा आप घर बैठे FIR भी लिखवा सकते हैं। इसके साथ ही डायल-100 की नई व्यवस्था के तहत अब सभी प्रकार की आपात स्थितियों के अपराधों को रिपोर्ट करने पर आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। वाहन चोरी और दुर्घटना होने पर संबंधित थाने में लिखित आवेदन देकर जांच अधिकारी के साथ आकर कंट्रोल में सीसीटीवी सर्विलेंस सेवा केंद्र मे CCTV रिकॉर्डिंग देख सकते हैं।
फोरेंसिक साइंस विभाग की और से डॉ. राजेश कुमार कटारे ने कंट्रोल रूम इंचार्ज सुभाष सिंह और प्रो. गौरव रावल को धन्यवाद दिया। सहायक प्रो. चंचल गोखले ने इस सफल दौरे के लिए कमिश्नर इंदौर, डीसीपी (इंट) व एश्री सुभाष सिंह का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सहायक प्रो. सुधांशी शर्मा और सहायक प्रो. कृति सिंह चौहान भी उपस्थित थीं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala