रविवार, 22 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. मध्यप्रदेश
  4. mukhyamantri teerth darshan yojana schedule
Written By
Last Modified: भोपाल , मंगलवार, 27 अगस्त 2024 (20:23 IST)

MP : 14 सितंबर से शुरू होगी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, ऐसे ले सकते हैं लाभ, पढ़ें पूरा शेड्यूल

MP : 14 सितंबर से शुरू होगी मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना, ऐसे ले सकते हैं लाभ, पढ़ें पूरा शेड्यूल - mukhyamantri teerth darshan yojana schedule
How to apply for Chief Minister Tirtha Darshan Yojana : मध्यप्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। 14 सितंबर से 26 फरवरी 2025 तक प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को विभिन्न शहरों में धार्मिक यात्रा कराई जाएगी। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग द्वारा तीर्थ दर्शन योजना में इस बार नागरिकों के लिए वाराणसी (काशी), रामेश्वरम, मथुरा-वृंदावन, कामाख्या, अमृतसर, अयोध्या, द्वारका, जगन्नाथपुरी, शिर्डी और नागपुर जैसे धार्मिक स्थल निर्धारित किए गए हैं। 
 
कौन ले सकता है लाभ : मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का लाभ प्रदेश के ऐसे वरिष्ठ नागरिक ले सकेंगे जो आयकरदाता नहीं है और 60 वर्ष या इससे अधिक आयु के हैं। महिला तीर्थयात्रियों के मामले में आयु वर्ग में 2 वर्ष की छूट दी गई है।
 
 
कैसे करें आवेदन : तीर्थ-दर्शन योजना का लाभ उठाने के लिए इच्छुक वरिष्ठ नागरिक को दो प्रतियों में निर्धारित प्रोफार्मा में एक आवेदन भरना चाहिए और निर्धारित समय-सीमा से पहले निकटतम तहसील या उप-तहसील में जमा करना चाहिए। फोटो और एड्रेस प्रूफ को आवेदन में चिपका दिया जाना चाहिए। राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली बिल, मतदाता पहचान पत्र या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी अन्य साक्ष्य को पते के प्रमाण के रूप में स्वीकार किया जाएगा।
कौन जा सकता है : योजना के तहत एक परिचारक 65 वर्ष से अधिक उम्र के तीर्थयात्रियों के साथ भी जा सकता है। यदि पति-पत्नी में से किसी एक को चुना जाता है, तो उसका जीवनसाथी भी तीर्थ यात्रा पर जा सकता है। जीवनसाथी 60 वर्ष से कम आयु का होने पर भी तीर्थयात्रा कर सकता है। जीवन साथी का आवेदन एक साथ जमा करना होगा। इसी तरह, अटेंडेंट का आवेदन भी एक साथ जमा किया जाना चाहिए।
 
समूह में लॉटरी से चुनाव : यदि वरिष्ठ नागरिक एक समूह में एक आवेदन जमा करते हैं, तो पूरे समूह को एक आवेदन माना जाएगा और लॉटरी में चुना जाएगा। एक समूह में अधिकतम 25 आवेदक शामिल हो सकते हैं।
 
कैसे होगा चयन : तीर्थयात्रियों का चयन कलेक्टर द्वारा किया जाएगा। सबसे पहले, आवेदनों को जगह-वार हल किया जाएगा। यदि आवेदन कोटा से अधिक हो तो चयन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। 10 प्रतिशत कोटा की प्रतीक्षा सूची भी चाक-चौबंद की जाएगी।
 
ये है शेड्‍यूल : 14-19 सितंबर - उज्जैन से वाराणसी (काशी) अयोध्या के लिए पहली ट्रेन रवाना होगी। इस ट्रेन में उज्जैन जिले के 300, सीहोर के 200 और विदिशा के 279 श्रद्धालु यात्रा करेंगे।
 
21-26 सितंबर - इंदौर से रामेश्वरम के लिए। इस ट्रेन में इंदौर से 300, उज्जैन 200 और सीहोर से 279 तीर्थयात्री रवाना होंगे।
 
19 सितंबर : 2 अक्टूबर, मेघनगर से मथुरा-वृंदावन के लिए। इसमें झाबुआ से 200, रतलाम से 279 और उज्जैन से 300 दर्शनार्थी यात्रा करेंगे।
 
13-18 अक्टूबर : उज्जैन से कामाख्या देवी तीर्थ दर्शन के लिए। इसमें उज्जैन से 300, शाजापुर से 200 और सीहोर से 279 यात्री रवाना होंगे।
 
 21-24 अक्टूबर : इंदौर से अमृतसर के लिए। इसमें इंदौर से 200, धार से 100, उज्जैन से 200 और शिवपुरी से 279 यात्री रवाना होगें। 
 
5-10 नबंवर : विदिशा से वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिए। इसमें सागर से 279 और दमोह से 200 यात्री शामिल होंगे। 
 
13-18 नवंबर  : भोपाल से रामेश्वरम के लिए। इसमें सीहोर से 200 और नर्मदापुरम से 279 तीर्थ यात्री रवाना होगें।
 
21-26 नवंबर : रीवा से द्वारका के लिए। इसमें रीवा से 279, सतना से 300 और दमोह से 200 यात्री रवाना होंगे।
 
29 नवंबर-4 दिसंबर : दमोह से वाराणसी (काशी)-अयोध्या के लिए। इसमें दमोह से 279, मैहर से 200 और सतना से 300 यात्री जाएंगे।
 
 7-12 दिसंबर : कटनी से द्वारका तीर्थ स्थल के लिए। इसमें दमोह से 279 और सागर से 300 यात्री शामिल रहेंगे।
 
15-30 दिसंबर : सतना से रामेश्वरम तीर्थ स्थल के लिए। इसमें कटनी से 200 और जबलपुर से 300 यात्री शामिल होंगे।
 
23-28 दिसंबर : खंडवा से उड़ीसा स्थित जगन्नाथपुरी तीर्थस्थल की यात्रा। इसमें खंडवा से 279, नरसिंहपुर से 200 और जबलपुर से 300 यात्री रवाना होगी।
 
31 दिसम्बर-5 जनवरी : बैतूल कामाख्या तीर्थ स्थल के लिए। इसमें विदिशा से 300 और दमोह से 200 तीर्थ यात्री रवाना होंगे।
 
8-13 जनवरी : सिवनी से वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिये। इसमें सिवनी से 279, छिंदवाड़ा से 300 और बैतूल से 200 यात्री रवाना होगें।
 
16-21 जनवरी : छिंदवाड़ा से रामेश्वरम के लिए। इसमें सिवनी-बैतूल से 200 और पंढुर्णा से 179 तीर्थ यात्री रवाना होगें।
 
24-29 जनवरी : अनूपपुर से वाराणसी (काशी)-अयोध्या तीर्थ स्थल के लिए। इसमें शहडोल से 300 और उमरिया से 200 यात्री रवाना होगें।
 
1-4 फरवरी : उमरिया से शिर्डी के लिए। इसमें कटनी से 200 और जबलपुर से 300 तीर्थ यात्री रवाना होंगे।
 
7-12 फरवरी : मुरैना से रामेश्वरम तीर्थ स्थल के लिए। इसमें मुरैना से 279, ग्वालियर से 300 और दतिया से 200 तीर्थ यात्री रवाना होगें।
 
15-20 फरवरी : छतरपुर से द्वारका के लिए। इसमें छतरपुर से 279, टीकमगढ़ से 200 और उज्जैन से 300 तीर्थ यात्री रवाना होगें।
 
23-26 फरवरी - भिंड से नागपुर के लिए। इसमें ग्वालियर से 300 और दतिया से 200 तीर्थयात्री शामिल होंगे।
ये भी पढ़ें
Kolkata Doctor Rape Case : बंगाल बंद को लेकर BJP और ममता बनर्जी आमने-सामने, TMC बोली नहीं होने देंगे कामयाब