कमलनाथ के करीबियों पर 'रेड' की इनसाइड स्टोरी, टूरिस्ट बने आईटी के अफसर
भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। पूरे देश में आयकर विभाग ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों के पचास से अधिक ठिकानों पर छापा मारा है।
मध्यप्रदेश में भी मुख्यमंत्री के ओएसडी प्रवीण कक्कड़ और उनके दो सहयोगियों के ठिकानों पर आईटी ने अपना शिकंजा कसा है। इस हाईप्रोफाइल कार्रवाई के लिए आईटी विभाग ने पुख्ता और खास प्लान बनाया था। आयकर विभाग की करीब 300 अफसरों की टीम ने दिल्ली, इंदौर, भोपाल और गोवा में कमलनाथ के करीबी कई लोगों के ठिकानों पर एक साथ छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया।
रेड के लिए टूरिस्ट बने आईटी के अफसर : आयकर विभाग ने इस पूरी कार्रवाई भनक मध्यप्रदेश के आयकर विंग को नहीं लगने दी। पूरी कार्रवाई का संचालन दिल्ली से किया गया। सूत्र बताते हैं कि सूबे के सबसे ताकतवर माने जाने वाले शख्स पर कार्रवाई के लिए आयकर विभाग के अफसर टूरिस्ट बनकर भोपाल और इंदौर आए थे।
आयकर विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि कार्रवाई के एक दिन पहले आयकर विभाग के अफसर भोपाल और इंदौर पहुंच गए थे। छापे की इस कार्रवाई से पहले आयकर विभाग ने पूरी प्लानिंग की थी। छापे की इस कार्रवाई से मध्यप्रदेश के आयकर विभाग को पूरी तरह दूर रखा गया।
दिल्ली से हुई इस पूरी प्लानिंग के बाद विभाग के करीब पन्द्रह : पंद्रह अफसरों के दो दल टूरिस्ट बनकर भोपाल और इंदौर पहुंचे। इसके बाद अफसरों ने पूरे इलाके की रैकी की। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए अफसरों ने इसके लिए निजी ट्रैवल्स की गाड़ियों का इस्तेमाल किया।
एमपी पुलिस पर भरोसा नहीं : आयकर विभाग की ये पूरी कार्रवाई कितनी गोपनीय थी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता हैं कि कार्रवाई से स्थानीय पुलिस को पूरी तरह दूर रखा था। आईटी विभाग की इस पूरी कार्रवाई में सीआरपीएफ की मदद ली।
सूत्र बताते हैं कि भोपाल और इंदौर में छापे की कार्रवाई के लिए दिल्ली से सीआरपीएफ के करीब 150 से अधिक अफसर और जवान दो दिन पहले आ गए थे और आज छापे की कार्रवाई के दौरान सीआरपीएफ के जवानों ने पूरी सुरक्षा व्यवस्था अपने हाथों में संभाल रखी है जितने भी ठिकानों पर आईटी की छापे की कार्रवाई चल रही है, वहां पर अंदर सीआरपीएफ के जवान ही तैनात है, वहीं मध्यप्रदेश पुलिस के जिम्मे केवल बाहर की सुरक्षा है।