मध्यप्रदेश उपचुनाव में दांव पर दिग्गजों की प्रतिष्ठा, विजयपुर और बुधनी में दिलचस्प मुकाबला
भोपाल। मध्यप्रदेश में दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। कांग्रेस ने विजयपुर से मुकेश मल्होत्रा को और राजकुमार पटेल को बुधनी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। उम्मीदवारों के एलान के साथ ही अब दोनों ही सीटों पर चुनाव प्रचार तेज हो गया है।
विजयपुर में दिलचस्प मुकाबला-श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट पर हो रहा उपचुनाव एक हाईप्रोफाइल मुकाबला है। भाजपा ने विजयपुर विधानसभा सीट से कैबिनेट मंत्री रामनिवास रावत को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। वहीं कांग्रेस ने भाजपा से कांग्रेस में आए सहारिया जाति के बड़े नेता मुकेश मल्होत्रा को मैदान में उतारा है। 2023 विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर भाजपा से बगावत करने वाले मुकेश मल्होत्रा निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे थे और 44 हजार वोट हासिल कर तीसरे नंबर थे।
ऐसे में अब जब भाजपा ने कांग्रेस से पार्टी में आए रामनिवास रावत को और कांग्रेस ने भाजपा से आए मुकेश मल्होत्रा को चुनावी मैदान में उतारा है तो पूरी सियासी लड़ाई कांटे की हो गई है। मुकेश मल्होत्रा जिस सहरिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष रहे है उसकी आबादी 70 हजार है और सहारिया जाति के वोटर्स का रूख जीत-हार तय करता है। हलांकि भाजपा ने अपने पूर्व विधायक सीताराम आदिवासी को सहरिया विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाकर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है। गौरतलब है कि सीताराम आदिवासी ने रामनिवास रावत के भाजपा में शामिल होने का विरोध किया था और विजयपुर से उपचुनाव लड़ने की बात कही थी।
बुधनी में दो दिग्गजों के बीच मुकाबला-मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिस बुधनी विधानसभा सीट का लगभग 20 साल तक नेतृत्व किया है, उस पर हो रहे उपचुनाव में इस बार मुकाबला दो पुराने दिग्गज नेताओं के बीच है। बुधनी विधानसभा सीट से भाजपा ने विदिशा के पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को चुनावी मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता राजकुमार पटेल को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस की ओर किरार समाज से आने वाले पूर्व विधायक राजकुमार पटेल को उम्मीदवार बनाया गया है, बुधनी में किरार समाज के वोटरों की संख्या 50 हजार से अधिक है। राजकुमार पटेल 1993 में बुधनी से विधायक रहे चुके है और उनकी किरार समाज में गहरी पैठ मानी जाती है। वहीं पिछले 20 साल से बुधनी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे शिवराज सिंह चौहान भी किरार समाज से ही आते है।
वहीं भाजपा ने विदिशा के पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को उम्मीदवार बनाया है। शिवराज सिंह चौहान के विदिशा से लोकसभा चुनाव में उतरने से भाजपा ने रमाकांत भार्गव का टिकट काट दिया था, ऐसे में रमाकांत भार्गव को बुधनी से टिकट मिलना शिवराज सिंह चौहान की पंसद बताया जा रहा है और बुधनी में अब फिर शिवराज सिंह चौहान की ही प्रतिष्ठा दांव पर है।