मंगलवार, 26 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. समाचार
  3. मध्यप्रदेश
  4. Additional District Judge of Madhya Pradesh, Cycle Tour
Written By

साइकल पर जज, विरोध के लिए चलेंगे 700 किलोमीटर...

साइकल पर जज, विरोध के लिए चलेंगे 700 किलोमीटर... - Additional District Judge of Madhya Pradesh, Cycle Tour
- मुस्तफा हुसैन, नीमच से
मध्यप्रदेश के निलंबित अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) आरके श्रीवास ने नीमच जिला मुख्यालय से न्याय यात्रा के नाम से शनिवार को साइकल यात्रा शुरू कर दी। श्रीवास नीमच से जबलपुर तक करीब 700 किलोमीटर की यात्रा 8 दिनों में तय करेंगे।
15 माह में चार ट्रांसफर किए जाने से नाराज श्रीवास जबलपुर हाईकोर्ट के सामने धरना देने के बाद चर्चा में आए श्रीवास नीमच से जबलपुर तक करीब 700 किलोमीटर की यात्रा 8 दिनों में तय करेंगे। निलंबित जज ने जबलपुर में इस माह की शुरुआत में उच्च न्यायालय के समक्ष धरना दे दिया था। इसके बाद उनका तबादला जबलपुर से नीमच करने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। तभी उन्होंने विरोध स्वरूप साइकल यात्रा करने की घोषणा की थी। 
 
अपनी न्याय यात्रा के दौरान श्रीवास जहां-जहां से गुजरेंगे वहां वे लोगों को भी अपने न्याय को लेकर जागरूक करेंगे। एडीजे श्रीवास की न्याय यात्रा को अभिभाषक संघ सहित कई संस्थाओं का भी समर्थन मिल रहा है। उनकी यात्रा के दौरान कई स्थानों पर लोगों ने फूलमाला पहनाकर श्रीवास को शुभकामनाएं भी दीं। 
श्रीवास 9 बिंदुओं की जांच और अनियमितता में सुधार की मांग को लेकर नीमच से जबलपुर के लिए साइकल पर निकले हैं। श्रीवास जबलपुर पहुंचने पर हाईकोर्ट के गेट नंबर 3 के बाहर 3 दिवसीय सत्याग्रह करेंगे। मांगें नहीं मानी गईं तो वे दिल्ली कूच करने के लिए भी रणनीति तैयार करेंगे। उनकी साइकल यात्रा फिलहाल जबलपुर तक ही रहेगी।
 
श्रीवास ने 8 अगस्त की दोपहर में नीमच में पदभार संभाला था, लेकिन शाम को ही उन्हें निलंबित कर दिया गया। एडीजे श्रीवास ने 9 बिंदुओं पर जांच के लिए हाईकोर्ट में पत्र लिखा था इसमें खुद के स्थानांतरण, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के साक्षात्कार में पक्षपात सहित कई गंभीर आरोप लगाए थे। उनकी मांगों पर अभी तक जांच नहीं हुई।
 
एडीजे का मार्ग नीमच से 715 किमी दूर जबलपुर तक साइकल यात्रा पर श्रीवास मंदसौर होते हुए जावरा में रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन उज्जैन पहुंचेंगे, यहां रात रुकेंगे फिर सोनकच्छ, सीहोर, मंडीदीप, बरेला, गाडरवाड़ा, नरसिंहपुरा होते हुए जबलपुर पहुंचेंगे। वे रोज 90 से 100 किमी तक साइकल से सफर करेंगे। 
 
बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने कहा कि जज श्रीवास का जो स्थानांतरण किया गया है वो नीति के विरुद्ध है और उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, वे गंभीर है। 
ये भी पढ़ें
आईएस से लड़ाई के लिए अमेरिका का अल्टीमेटम