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Last Updated : गुरुवार, 15 अक्टूबर 2020 (23:33 IST)

उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत, CM शिवराज ने दिए SIT जांच के आदेश

उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत, CM शिवराज ने दिए SIT जांच के आदेश - 14 killed by poisonous liquor in ujjain police detained a dozen people
उज्जैन/भोपाल। महाकाल की नगरी उज्जैन में जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत से हड़कंप मच गया है। उज्जैन के एसपी ने पुष्टि की है कि सभी मृतकों के शरीर में जहरीली जिंजर पाई गई है। इस घटना के बाद शहर के खारा कुआं थाना प्रभारी सहित 4 पुलिसकर्मियों निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए (SIT) द्वारा जांच के निर्देश दिए। 
 
उज्जैन जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश द्विवेदी ने बताया कि बुधवार से गुरुवार सुबह तक उज्जैन के तीन थाना इलाकों- खाराकुआ थाना, जीवजीगंज थाना एवं महाकाल थाना - में किसी प्रकार के विषैले पदार्थ के पीने से 14 लोगों की मौत हो गई है। ये सभी या तो भिखारी हैं या गरीब मजदूर हैं। 
 
द्विवेदी ने बताया कि उज्जैन पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने थाना प्रभारी खाराकुआ निरीक्षक एमएल मीणा, बीट प्रभारी उप निरीक्षक निरंजन शर्मा और दो आरक्षकों शेख अनवर एवं नवाज शरीफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमारे द्वारा सघन छापेमारी की जा रही है।
 
उज्जैन जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) महावीर खंडेलवाल ने बताया कि 11 लोग इतनी बुरी स्थिति में अस्पताल लाए गए थे कि इनमें से कोई भी 15 मिनट से ज्यादा जीवित नहीं रह पाया। 
 
मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि उज्जैन के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने प्रथम दृष्टया खाराकुआ थाना क्षेत्र में जिंजर नामक पेय पदार्थ (कच्ची शराब) की बिक्री होना पाया। संभवत: उसी का सेवन करने से कुछ व्यक्तियों की मृत्यु होने जैसी संवेदनशील घटना को थाना प्रभारी द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया।
 
कर्तव्यों के प्रति बरती गई लापरवाही के लिए थाना खाराकुआ में पदस्थ पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। उज्जैन के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने पीटीआई को बताया की इस स्प्रिट या जहरीली शराब की आपूर्ति मामले में गब्बर, यूनुस और सिकंदर के नाम सामने आए हैं, जो यहां से भाग गए हैं।
 
उन्होंने बताया कि इन्हें पकड़ने के लिए टीमें बलाघाट और अन्य जगहें भेजी गई हैं। उन्होंने कहा कि कल रात से ही 12 से अधिक लोगों को अवैध शराब बिक्री में पकड़ा गया और उनसे सख्त पूछताछ की जा रही है। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने एक विज्ञप्ति जारी करके कहा कि संभवत: ‘डिनेचर्ड स्प्रिट’ पीने से इनकी मृत्यु हुई है। सिंह ने कहा कि प्रशासन को ऐसे नशीले प्रदार्थ बेचने वालों को पकड़ने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। 
 
सख्त कार्रवाई के निर्देश : मुख्यमंत्री चौहान ने घटना के संबंध में गुरुवार सुबह अपने निवास पर विशेष बैठक बुलाकर वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली। चौहान ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए निर्देश दिए कि ऐसे पदार्थ बेचने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसे व्यक्तियों का नेटवर्क तोड़ा जाए। इस घटना की एसआईटी द्वारा जांच हो।

कांग्रेस ने साधा निशाना : मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इस घटना को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराजजी, 'ये माफिया कब तक यूं ही निर्दोषों की जान लेते रहेंगे?
 
उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई जिलों से शराब माफ़िया व अवैध शराब के कारोबार की निरंतर शिकायतें मिल रही हैं। हमारी सरकार जाते ही ये माफिया वापस बेखौफ होकर सक्रिय हो गए हैं। हमारी सरकार ने इन्हें कुचला था और भाजपा सरकार इन्हें संरक्षित कर रही है।
 
उन्होंने कहा कि क्यों इन्हें बख्शा जा रहा है? क्यों इन्हें संरक्षण दिया जा रहा है? मृतकों के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं। पीड़ित परिवारों को न्याय मिले, उनकी हरसंभव मदद हो, दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। (इनपुट भाषा)