गांधी जयंती पर है छुट्टी तो इंदौर के पास ये 5 खूबसूरत हिल स्टेशन जाएं घूमने
खूबसूरत मौसम में अगर आपको लॉन्ग वीकेंड मिले तो आप इस मौके को खोना नहीं चाहोगे। इस लॉन्ग वीकेंड को खास बनाने के लिए अप खुबसूरत वादियों व नजारों का मज़ा ले सकते हैं। इंदौर के आसपास ऐसे कई हिल स्टेशन व खुबसूरत जगह हैं जो आपका मन मोह लेंगी। ट्रेवल की मदद से आप अपने डेली रूटीन से एक ब्रेक ले सकते हैं और कई तरह की चीज़ों को एक्स्प्लोर कर सकते हैं। चलिए जानते हैं इस वीकेंड आप कहां जा सकते हैं घूमने...
इंदौर के पास हिल स्टेशन | hill stations near indore
1. पातालपानी : पातालपानी जलप्रपात इंदौर जिले की महू तहसील में स्थित है। यहां लगभग 300 फीट ऊंचाई नीचे जल गिरता है। पातालपानी के आसपास का क्षेत्र बहुत ही सुंदर और हराभरा है। यह एक लोकप्रिय पिकनिक और ट्रेकिंग स्पॉट भी है। यहां के लिए महू से स्पेशल ट्रेन चलती है। इंदौर से लगभग 36 किलोमीटर दूर है यह स्थान।
2. गंगा महादेव मंदिर : इंदौर के पास धार जिले में तिरला विकासखंड के सुल्तानपुर गांव में गंगा महादेव मंदिर स्थित है जो इंदौर के लोगों के लिए एक दर्शनीय स्थल के साथ ही पिकनिक स्पॉट भी है। गंगा महादेव में सुन्दर झरना बहता है और यहां की प्राकृतिक छटा देखते ही रह जाओगे।
3. हत्यारी खोह : इंदौर से करीब 30 किलोमीटर दूर हत्यारी खो नामक स्थान है, जहां ऊंचाई से गिरने वाला झरना और प्राकृतिक नजारे देखने के लिए लोग आते है। हालांकि यह खतरे वाली जगह है। कंपेल से होते हुए तेलीया खेड़ी में वाहन खड़ा करके करीब 2 किलोमीटर अंदर कच्चे रास्ते से आपको पैदल ही यहां पहुंचना होता है।
4. देवास टेकरी : इंदौर से लगभग 35 किलोमीटर दूर देवास नगर में माताजी की एक छोटी सी पहाड़ी है। यहां पर आप घूमने, दर्शन करने के साथ ही पिकनिक का मजा भी ले सकते हैं। देवास से 5 किलोमीटर दूर शंकरगढ़, नागदाह और बिलावली नामक स्थान भी घूमने और पिकनिक के लिए आदर्श स्थान है। यहां पर पहाड़ी पर जाने के लिए आप ट्राम का मजा भी ले सकते हो।
5. जानापाव : इंदौर से करीब 40 किलोमीटर दूर महू शहर से करीब 17 किमी दूर विंध्याचल पर्वतमाला के एक पर्वत को जानापाव कहते हैं। यहां की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित भगवान परशुराम की जन्मस्थली और उनके पिता महर्षि जमदग्रि की तपोभूमि को देखने लोग आते हैं। जानापाव, इंदौर की महू तहसील के हासलपुर गांव में स्थित है। जानापाव की पहाड़ी से साढ़े सात नदियां निकली हैं, इनमें कुछ यमुना व कुछ नर्मदा में मिलती हैं।